दीक्षांत समारोह में दिया प्रशांत मेमोरियल स्वर्ण पदक
इटावा। प्रशांत फाउंडेशन एक ऐसा नाम जो गरीबों की मदद के लिए मसीहा के तौर पर जाना जाता है। फाउंडेशन के पदाधिकारी जो मददगार बनकर उन लोगों की मदद करने पहुंचते हैं जो लोग आर्थिक हालातों की मार झेल रहे हैं अक्सर आपने फाउंडेशन का नाम अखबारों और यूट्यूब चैनलों की खबरों में सुना होगा, लेकिन शायद ही कोई होगा जिसे पता हो कि इंसानियत के नाम पर स्थापित हुई यह संस्था के पीछे की आखिर कहानी क्या है। शायद ही किसी को पता हो कि ये प्रशांत नाम आखिर किसका है जिसके नाम पर समाजसेवा की अलख जगाई जा रही है।
तो आज हम आपको बताएंगे कि फाउंडेशन की कहानी आखिर क्या है और किसके नाम पर इस संस्था को शुरू किया गया। दरअसल जिले की तहसील जसवंतनगर के नगला हरे निवासी स्व. प्रशांत कुमार यादव के नाम पर इस संस्था को शुरू किया गया। प्रशांत कुमार यादव संस्था के सरंक्षक मान सिंह यादव जी के चैथे नम्बर के बेटे थे। रुद्राक्ष मैन डा. रिपुदमन सिंह, प्रशांत फाउंडेशन के संस्थापक जो अब फाउंडेशन के माध्यम से समाजसेवा एवं पर्यावरण हितैषी के रूप में अपनी धाक जमा चुके हैं व पर्यावरणविद् समाजसेवी व प्रशांत फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हेमंत यादव के छोटे भाई थे।
प्रशांत कुमार यादव एक ऐसे होनहार छात्र थे जो पढ़ाई में तो अव्वल थे ही साथ ही समाज में बदलाव की अनोखी सोच रखते थे। जिस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में प्रशांत शिक्षा प्राप्त कर रहे थे उसी विश्वविद्यालय ने प्रशांत फाउंडेशन के आग्रह पर कुलाधिपति ने 24वें दीक्षांत समारोह से प्रतिवर्ष दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्रशांत फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक एमएससी कृषि सस्य विज्ञान विषय में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र, छात्रा को दिये जाने की संस्तुत प्रदान की।