विकासखंड रुड़की में अधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा में चल रहा भारी घालमेल
रुड़की (देशराज पाल)। विकासखंड रुड़की में चल रहे मनरेगा के कार्य में पूरी तरह से अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी तरीके करके पैसे निकाल कर सरकार को चूना लगाने का काम किया जा रहा है। आपको बताते कि विकासखंड रुड़की में मनरेगा द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। उनमें फर्जी तरीके से अपने चहेते मजदूरों के खाते पंजीकरण कर उनमें पैसे डालने का काम अधिकारों की मिलीभगत से किया जा रहा है। जबकि मनरेगा में चल रहे कार्य में जिन-जिन मजदूरों के खाता संख्या लगी हुई है। उन मजदूरों की काम करते हुए कहीं भी ड्यूटी नजर नहीं आ रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि मनरेगा में घोटाले को बढ़ावा रुड़की ब्लॉक के अधिकारी सांठगांठ के चलते दे रहे हैं। जिसकी वजह से जो सही मजदूर है उनको मजदूरी नहीं मिलती। प्रधान और अधिकारियों की मिलीभगत से अपने लोगों के मनरेगा कार्ड बनवाकर उन्हें मनरेगा में मजदूर दिखाकर कार्य किया जा रहे हैं। जबकि वह मजदूर एक दिन भी फावड़ा, तसला लेकर मजदूरी करने नहीं गया। प्रधान अपने गांव में मनरेगा कार्य मशीन या जेसीबी द्वारा कर फर्जी मजदूरों के खाते में पैसे डालकर उन्हें ग्राम प्रधान व अधिकारियों द्वारा निकलवा कर आपस में बंदरबांट किया जाता है। अभी तक किसी भी उच्च अधिकारी ने इस मनरेगा में चल रहे घोटाले की जांच नहीं की। अगर सही तरीके से उच्च अधिकारी मनरेगा में चल रहे मजदूरों के काम की जांच गहराई से की जाए तो कई ब्लॉक के अधिकारी इस फर्जीवाडे में लुफ्त पाए जाएंगे।
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