चयनित लेखपालों की नियुक्ति के विलंब पर विधायक से मिले अभ्यर्थी
उच्चतम न्यायालय में भर्ती पर लगे स्थगनादेश को निरस्त कराए जाने की मांग
खागा विधायक के आवास पर ज्ञापन देने के लिए खड़े अभ्यर्थी।
फतेहपुर। प्रदेश में लेखपाल मुख्य परीक्षा परिणाम के तहत 7897 सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर हो रहे विलंब को लेकर गुरूवार को अभ्यर्थियों ने खागा विधायक कृष्णा पासवान के आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। तत्पश्चात एक ज्ञापन सौंपकर उच्चतम न्यायालय में भर्ती पर लगे स्थगनादेश को निरस्त किए जाने के साथ ही असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई। लेखपाल मुख्य परीक्षा परिणाम के सफल अभ्यर्थियों ने खागा विधायक को दिए गए ज्ञापन में बताया कि प्रदेश के 7897 सफल अभ्यर्थियों को जिला प्रशासन ने नियुक्ति प्रक्रिया के तहत तहसील आवंटन कर दिया था। जिसका नियुक्ति पत्र वितरण समारोह प्रधानमंत्री द्वारा 23 फरवरी 2024 को रोजगार मेला मेगा शो में वितरित किया जाना था लेकिन उक्त कार्यक्रम उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार स्थगित कर दिया गया था।बताया कि जिसका लाभ कुछ असामाजिक तत्व उठाकर चयनित अभ्यर्थियों को भर्ती लटकाने की धमकियां सोशल मीडिया पर देते हैं।
असफल अभ्यर्थियों को नौकरी का प्रलोभन देकर धन उगाही का काम करते हैं। जिससे चयनित अभ्यर्थी मानसिक अवसाद का शिकार बन रहे हैं। ये असामाजिक तत्व राज्य सरकार की सभी भर्तियों को लटकाने व सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार की छवि छात्र विरोधी बनाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। लेखपाल भर्ती के संबंध में उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार उच्च न्यायालय में लंबित सभी मामलों के निस्तारण के अनुपालन में समस्त मामले निस्तारित किए जा चुके हैं। मांग किया कि मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर शासन के माध्यम से उच्चतम न्यायालय में भर्ती को लेकर लगे स्थगनादेश को निरस्त कराते हुए चयनित लेखपालों का पक्ष मजबूती से रखकर हितों की रखा करने के साथ ही असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इस मौके पर अरविंद कुमार, नीरज कुमार, आर्यन कुमार, रितेश कुमार तिवारी, वेद प्रकाश त्रिपाठी, दीपक कुमार, सौरभ सोनकर, दीपक कुमार, मीनाक्षी पटेल, मीनाक्षी त्रिपाठी, विवेक कुमार भी मौजूद रहे।