वैश्य को आबादी के हिसाब से मिले राजनीतिक हिस्सेदारी
लखनऊ। पूरे देश में वैश्य समाज की आबादी करीब 40 प्रतिशत के आस-पास है लेकिन यह समाज टुकड़ों में बंटा हुआ है। यही कारण है कि इतनी बड़ी आबादी होने के बाद भी हम अपनी ताकत नहीं दिखा पाते। इसी कारण से राजनीतिक ताकत नगण्य हो जाती है और हर मोर्चे पर हम ठगे जाते हैं। कैसरबाग स्थित गांधी भवन प्रेक्षागृह में रविवार को आयोजित सर्व वैश्य अधिकार सम्मेलन में यह विचार वैश्य समाज भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि देश भर में वैश्य समाज करीब 366 उपजातियों में बंटा है। इसे एक मंच पर लाकर एकजुट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज को उसकी आबादी के हिसाब से राजनीतिक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। पवन गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज राजनीति में किसी को भी जीरो से हीरो बनाने की क्षमता रखता है। वैश्य अपनी एकता का परिचय दें। उन्होंने समाज के लोगों से अपने नाम के आगे वैश्य लगाने की अपील की।
अधिकार सम्मेलन में कई जिलों से वैश्य समाज के लोग शामिल हुए। इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैश्य रामकुमार गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष वैश्य अवधेश कौशल, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष कोमल मद्धेशिया, संतोष गुप्ता, केशव शिवहरे, विनोद गुप्ता, ब्रजेश अग्रहरि, वैश्य संजीव अग्रहरि, संस्कार सेठ, विवेक गुप्ता, अनीता अग्रहरि समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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