आईपीएस विजय शंकर का निधन, पुलिस मुख्यालय पर शोक सभा
डीजीपी ने दिवंगत पुलिस अधिकारी को अर्पित की श्रद्धांजलि
- बलिया जनपद के रहने वाले थे विजय शंकर
लखनऊ। पुलिस मुख्यालय, गोमतीनगर विस्तार स्थित सभागार में विजय शंकर (आईपीएस-1969) सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक, निदेशक, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो, भारत सरकार के दो दिसंबर को हुये निधन के परिपेक्ष्य में शोक-सभा का आयोजन किया गया। डीजीपी प्रशांत कुमार सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा दिवंगत पुलिस अधिकारी को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। विजय शंकर का जन्म 15 जुलाई, 1948 को जनपद बलिया में हुआ था। विजय शंकर वर्ष-1969 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे हैं।
इमरजेंसी कमीशन के माध्यम से वह भारतीय पुलिस सेवा में चयनित होकर प्रशिक्षण के उपरान्त सहायक पुलिस अधीक्षक, जनपद वाराणसी के पद पर नियुक्त रहे। वर्ष 1976 में भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ समयमान वेतनमान में प्रोन्नत होने के उपरान्त सेनानायक 23वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद, पुलिस अधीक्षक जनपद गाजियाबाद, पीलीभीत, जालौन, पुलिस अधीक्षक अभिसूचना कानपुर नगर एवं पुलिस अधीक्षक रेलवे लखनऊ के पदों पर नियुक्त रहे।
जनपद जालौन में नियुक्त रहते हुये वर्ष 1982 में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर प्रस्थान कर गये। वर्ष 1998 में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आकर वह अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी मुख्यालय, लखनऊ के पद पर नियुक्त रहे। वर्ष 2001 में पुन: केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर प्रस्थान कर गये जहाँ पर वह अपर निदेशक, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो, नई दिल्ली, महानिदेशक सिविल डिफेन्स, नई दिल्ली, महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल, नई दिल्ली एवं निदेशक, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो, नई दिल्ली के पद पर नियुक्त रहे जहां से वह अधिवर्षता आयु पूर्ण कर जुलाई 2008 में सेवानिवृत्त हुये।
विजय शंकर का दो दिसंबर की रात्रि को दु:खद निधन हो गया। विजय शंकर का लगभग 35 वर्षों का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है। सेवा के दौरान उन्हें स्वतंत्रता दिवस 1989 के अवसर पर दीर्घ एवं सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक एवं स्वतंत्रता दिवस 1995 के अवसर पर विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है । उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार परिजनों द्वारा उनके पार्थिव शरीर को दान कर दिया गया है ।
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