आरएमएल उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं से हुआ लैस
निदेशक ने 22-हेडर माइक्रोस्कोपिक का किया उद्घाटन
- संस्थान के पैथालॉजी विभाग में किया स्थापित
- मरीजों को एक छत के नीचे विश्व स्तरीय जांच की मिलेगी सुविधा
लखनऊ। राजधानी में अब मरीजों को एक छत के नीचे विश्व स्तरीय चिकित्सा जांच सुविधा मिलेगी। इसके लिए सोमवार को डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के पैथालॉजी विभाग में 22-हेडर माइक्रोस्कोपिक मशीन को स्थापित कर दिया गया है। जिसे संस्थान निदेशक डॉ.सीएम सिंह ने फीता काटकर माइक्रोस्कोपिक का उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजय कुमार सिंह एवं डीन प्रो.प्रद्युमन सिंह,एक्जीक्यूटिव रजिस्ट्रार प्रो.ज्योत्सना अग्रवाल,वित्त नियंत्रक रागिनी सिंह,प्रो नुजहत हुसैन विभागाध्यक्ष ,संकाय सदस्य समेत छात्र, कर्मचारी मौजूद रहे।
वहीं प्रो. सीएम सिंह ने विभाग को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा कि 22-हेडर माइक्रोस्कोप की सुविधा उत्तर प्रदेश में ही नहीं वरन पूरे भारत में पहली बार स्थापित की गई है। इसकी लागत लगभग रु 50 लाख है। उन्होंने बताया कि 22-हेडर माइक्रोस्कोप की क्रय प्रक्रिया वित्तीय वर्ष 2023 में हुई थी। जिसे हाल में स्थापित कर दिया गया है। प्रो.सिंह ने कहा कि 22-हेडर माइक्रोस्कोप में एक बार में 22 व्यक्ति एक साथ माइक्रोस्कोपी मूल्याकंन कर सकते है। साथ ही इसे कई स्क्रीनों से भी जुड़ा है एंव इसमें आनलाइन टेली कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा शिक्षण रिकॉर्डिग की भी सुविधा उपलब्ध है।
यह नए फीचर से सुसज्जित है इसमें एचडीएमआई मल्टी आउटपुट फोटोग्राफिक कैमरा के साथ-साथ हाई एंड ऑप्टिक्स है। साथ ही यह भी बताया कि इसे पैथोलॉजी विभाग में इस सुविधा का उपयोग फैकल्टी सदस्यों के द्वारा स्नातकोत्तर छात्रों के शिक्षण के लिए नियमित कार्यशालाए एंव लाइव माइक्रोस्कोपी सेशन आयोजित करने में किया जायेगा। ज्ञात हो कि संस्थान का पैथालॉजी विभाग राज्य ही नही वरन देश के सबसे उच्च स्तरीय पैथोलॉजी विभागों की श्रेणी में शामिल हो गया है। जिसमें विश्व स्तरीय जाँच की सुविधा उपलब्ध होगी। यह विभाग पूरे प्रदेश का एक मात्र स्टेट रेफरल सेन्टर है।
जिसमें पूरे प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों के मरीज अपनी जाँच के लिए सेम्पल जमा करा सकते है। इस विभाग में सभी प्रकार के कैंसर तथा ब्लड कैसर कि समस्त जाँचे उपलब्ध की सुविधा मिलेगी। जिसमें आईएचसी, पीसीआर, सीक्वैंसिंग एंव फ्लोसाइटोमेट्री प्रमुख हैं। यह पैथोलॉजी विभाग राज्य के सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों का एक मात्र केन्द्र हो गया है। जिससे उच्च गुणवत्ता और कम लागत में रोगियो को सभी प्रकार की जाँच सुविधाओं का लाभ दिया जायेगा।