लोहिया संस्थान में बच्चों का हुआ क्लब फुट उपचार
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के आर्थोपेडिक विभाग द्वारा अनुष्का फाउंडेशन के सहयोग से जन्मजात क्लब फुट विकृति जन्मजात टैलिप्स इक्विनोवरस ( सीटीईवी ) से पीड़ित 1,500वें बच्चे का सफल इलाज पोंसेटी विधि द्वारा किया गया है–यह उत्तर भारत में अपने आप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
डॉ. प्रभात कुमार पांडेय के मुताबिक जिसे क्लबफुट के नाम से भी जाना जाता है, एक जन्मजात पैर की विकृति है,जिसमें पैर अंदर की ओर और नीचे की ओर मुड़ा हुआ होता है। यह स्थिति आमतौर पर जन्म के समय मौजूद होती है और इसे ठीक करने के लिए उपचार की आवश्यकता होती है।
उन्होंने बताया कि सीटीईवी क्लिनिक की स्थापना के बाद से, सैकड़ों बच्चों को सर्जरी रहित एवं सर्जिकल उपचार प्रदान किया गया है। इससे उन्हें आजीवन विकलांगता और सामाजिक बहिष्कार से बचाया गया।
लोहिया संस्थान और अनुष्का फाउंडेशन की सहभागिता में इस साझेदारी की नींव डॉ. प्रभात कुमार पांडेय ने रखी, जो पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक के प्रमुख परामर्शदाता हैं। उन्होंने इस विषय में संस्थान और अनुष्का फाउंडेशन के मध्य समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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