दमोह-जेल का दूसरा वीडियो वायरल, सुरक्षा को लेकर अधिकारियों की चिंतायें बढ़ीं
दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिला जेल के दूसरे वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही अधिकारियों की चिंतायें बढ़ने लगी हैं। यह वीडियो किसने और कहां से बनाया, इसको लेकर जांच के आदेश दे दिये गये हैं परन्तु यह तो तय है कि किसी ऊंचे स्थान से बनाया गया है। समीप एक मस्जिद है जिसके पुनर्निमार्ण के बाद उसकी मीनारों के साथ ही समीप लगे अजान देने वाला स्पीकर का पिलर लगा हुआ है। यहां एक ओर निर्माण कार्य चल रहा है जो जेल के समीप दूसरी तरफ बताया जा रहा है।
दरअसल अब अगर जेल उप अधीक्षक सी.एल.प्रजापति की माने तो यह मस्जिद की दीवार और मीनार खतरा है, कुछ भी हो सकता है या कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जेल में वह लोग बंद होते हैं जो किसी न किसी मामले में आरोपी हैं या जिनको न्यायालय ने सजा दी है। जेल के अंदर की सुरक्षा को लेकर लगातार सर्तकता बरती जाती है। वह कहते हैं कि स्वीकृत बल से कम बल और क्षमता से अधिक बंदी कैदी होने के बाद भी हम कार्य करते हैं। बाहर की सुरक्षा और वायरल वीडियो के संबंध में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख सूचित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व एक कासिम नामक आरोपी का वीडियो वायरल हुआ था जिसके संबध में मानव अधिकार द्वारा भी चिंता व्यक्त करते हुये नोटिस जारी किया गया है। हालांकि इस आरोपी को दमोह से शिवपुरी जेल भेज दिया गया है। वीडियो के संबध में अधिकारियों ने बताया कि यह मुलाकात कक्ष का है जो किसी मिलने वाले ने सलाखों की पीछे बनाया था। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर से जब इस संबध में चर्चा की तो वह कहते हैं कि सुरक्षा के संबंध में संबंधितों को निर्देश दिये गये हैं। लोक निर्माण विभाग और अन्य अधिकारियों को जेल के समीप बने भवन एवं उनकी ऊंचाई के संबंध में जानकारी लेने के लिए कहा गया है। अगर किसी प्रकार की चूक पायी जाती है तो कार्रवाई की जायेगी।
दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने उक्त मामले को लेकर कहा कि जेल उप अधीक्षक का पत्र प्राप्त हुआ है अंदर की सुरक्षा की जवाबदारी उनकी है तथा बाहर सड़क या आस-पास सुरक्षा को लेकर पुलिस गस्त करती रहती है।
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