योग हमारी आध्यात्मिक विरासत का अभिन्न अंग: मंत्री नंदी
प्रयागराज। योग हमारी आध्यात्मिक विरासत का अभिन्न अंग है। पूरी दुनिया में शारीरिक योग सम्पूर्ण विज्ञान है। योग एक ऐसी साधना है, जिससे शारीरिक एवं मानसिक चेतना को स्वस्थ रखता है। करें योग,रहे निरोग, यह वैज्ञानिक सत्य है। यह बात शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम तट पर योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा।
उन्होंने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि आज हमारे देश की बागडोर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति की ध्वजा पूरी दुनिया में लहरा रही है। इस योग दिवस को संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता मिलना केवल व केवल प्रधानमंत्री के सर्व स्वीकार व्यक्तित्व के कारण संभव हुआ है,प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का विषय है। अगर मै कहूं कि यह भारतीय सनातन संस्कृति का स्वर्ण युग है यह कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। अभी हाल ही में तीर्थराज की पवन धरती पर सम्पन्न हुए महाकुम्भ में पूरी दुनिया ने भारत की आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक समृद्धि का साक्षात्कार किया है। प्रधानमंत्री के महामंत्र विकास भी और विरासत भी ये हमारे अध्यात्मिक गौरव को एक नई पहचान दी है। योग हमारी आध्यात्मिक विरासत का अभिन्न अंग है।
इस मौके पर सर्वश्रेष्ठ सांसद का सम्मान पाने वाले फूलपुर के सांसद प्रवीण पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश व दुनिया में योग किया जा रहा है। हमारे देश में लगभग दस लाख स्थानों पर योगाभ्यास कर रहें है। संगम तट पर बारिश के बावजूद भारी संख्या में आप लोग पहुंचे इसके लिए सभी को धन्यवाद है।
इससे पूर्व योग शिक्षक धमेन्द्र के नेतृत्व में एक साथ संगम तट पर कई आसनों के साथ योग किया। संगम तट पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मॉदड,मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह, मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पन्त, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी, डीसी मनरेगा गुलाब चन्द्र, समेत पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता समेत भारी संख्या में लोगों ने योगाभ्यास किया।
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