1975 में आपातकाल लागू करना लोकतंत्र की हत्या थी-उपराज्यपाल

1975 में आपातकाल लागू करना लोकतंत्र की हत्या थी-उपराज्यपाल

श्रीनगर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि 1975 में आपातकाल लागू करना लोकतंत्र की हत्या थी। अपने विचार व्यक्त करते हुए उपराज्यपाल सिन्हा ने उन लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए लड़ाई लड़ी और देश के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले दौर के दौरान संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष किया। एक्स पर एक पोस्ट में उपराज्यपाल ने कहा कि 25 जून 1975 को आपातकाल लागू करना संविधान की हत्या थी। संविधान हत्या दिवस पर मैं उन लाखों सत्याग्रहियों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए लड़ाई लड़ी और भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले दौर के दौरान संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए अपना संघर्ष जारी रखा। भारत में आपातकाल 1975 से 1977 तक 21 महीने की अवधि थी जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आंतरिक और बाहरी खतरों का हवाला देते हुए पूरे देश में आपातकाल की घोषणा की थी।



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