जहरीली शराब से मौत, गांवों में गुस्सा और महापंचायत का अल्टीमेटम
सोनीपत। सोनीपत के ताजपुर तिहाड़ खुर्द गांव में देसी शराब पीने से दो लोगों की मौत ने गांव सहित आस-पास के क्षेत्रों में रोष की लहर पैदा कर दी है। ग्रामीणों ने इसे प्रशासन की लापरवाही और शराब की मिलावट का परिणाम बताया है। इसके विरोध में सोमवार को चार गांवों की संयुक्त पंचायत का आयोजन किया गया ताजपुर तिहाड़ खुर्द गांव में दो व्यक्तियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिनके बारे में ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने मिलावटी और जहरीली देसी शराब का सेवन किया था घटना के बाद गांव सहित आस-पास के चार गांवों तिहाड़ खुर्द, ताजपुर, नाथूपुर और माजरा की एक संयुक्त पंचायत बुलाई गई। इसमें सरपंच, जिला परिषद सदस्य और बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
पंचायत में घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए। वक्ताओं ने शराब की दुकानों को हटाने, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और मृतकों के परिवार को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग रखी। पंचायत में यह भी कहा गया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो गांव के लोग आंदोलन करेंगे। सोमवार को ताजपुर तिहाड खुर्द के सुमेश का बताया कि गांव से तो ठेका हमने पहले ही हटवा दिया था जो हमारे गांव के बस स्टैंड पर था परंतु हमारे से लगभग 100 मीटर की दूरी पर दूसरा ठेका खोल दिया गया, जो बाघडू गांव की सीमा लगती है और यह कहा गया कि आपके गांव की सीमा नहीं है इसलिए आप यहां नहीं रोक सकते। उधर बाघडू गांव के सरपंच प्रवीण ने सरकार को कई प्रस्ताव भेजे हैं,परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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