सात दिनों से वनोपज समिति प्रबंधकों की हड़ताल जारी, शासन विरोधी लगाए नारे
धमतरी। तीन स्तरीय संविदा वेतन मान, नियमितिकरण सहित चारी सूत्री मांगों को लेकर वनोपज समिति प्रबंधकों की हड़ताल गांधी मैदान में सात दिनों से जारी है। 12 फरवरी को प्रबंधकों ने शासन विरोधी नारे लगाकर आवाज बुलंद की।चार सूत्री मांगों को लेकर समिति के प्रबंधकों की गांधी मैदान में छह फरवरी से प्रदर्शन जारी है। अनिश्चितकालीन हड़ताल से पीवीटीजी कमार परियोजना सहित अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधक संघ के प्रांतीय आह्वान पर धमतरी संघ के समस्त प्रबंधक छह फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। गांधी मैदान में समिति के सभी 27 प्रबंधक हड़ताल पर हैं। अध्यक्ष सुखराम नेताम ने बताया कि उनकी चार सूत्रीय मांगे हैं जिसमें प्राथमिक लोगों को लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधकों की स्वीकृत विभागीय प्रस्ताव के अनुसार तीन स्तरीय संविदा वेतन मान लेवल सात, लेवल आठ, लेवल नौ की संशोधित आदेश जारी की जाए। वित्त निर्देश 2022-23 के अनुसार पुनरीक्षित वेतनमान एक जुलाई 2023 से लागू किया जाए। प्रबंधकों की की सेवा नियम में 2016 से लागू है किंतु सेवा नियम में निहित प्रावधान नियुक्त के लिए चयनित अभ्यर्थी एक वर्ष की परीक्षा विधि पर कार्यरत रहेगा उसे नियमित किया जाए। इसे अब तक लागू नहीं किया गया है। प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधकों को विभाग में कार्य अन्य कर्मचारियों के भांति उनके मासिक वेतन के प्रथम दिवस तक जमा किया जाए। अध्यक्ष ने बताया कि हड़ताल में जाने से वर्तमान में चल रहे पीवीटीजी कमार परियोजना प्रभावित होगी। इसके अलावा 65 वनोपज खरीदी, बीमा प्रकरण संग्रहण सर्वेक्षण, तेंदूपत्ता शाख कर्तन जैसे कार्य प्रभावित होंगे। हड़ताल में बैठने वालों में डिकेश्वरी पटेल, विनोद गुप्ता, ललित कश्यप, सुरेश साहू, रोहित नाग, कन्हैयालाल, अनसुईया ठाकुर, शैलेंद्र कौशल, नारायणी, रमेश पटेल, चुंकेश्वर साहू सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।
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