धूप का साथ पाकर खिल उठी मंडलीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी*:
देश के कई राज्यों के 118 स्टालों पर लुभा खादी, ग्रामोद्योग एवं ओडीओपी उत्पाद*
×गोरखपुर, । नार्मल मैदान (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय परिसर) में 21 जनवरी से आयोजित मंडल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी सोमवार को धूप का साथ पाकर खिल उठी। खादी एवं ग्रामोद्योग तथा ओडीओपी उत्पादों के कद्रदान यूं तो प्रदर्शनी के पहले दिन से ही यहां अपनी पसंद के ऊनी, सिल्क व सूती के वस्त्र, फुटवियर, घरेलू उपयोग के सामान और औषधीय उत्पाद खरीद रहे हैं लेकिन सोमवार को गुनगुनी धूप के बीच यहां आने वालों की संख्या खासी बढ़ गई।
मंडल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, बिहार, पंजाब आदि राज्यों के विभिन्न जिलों के शिल्पकारों-दुकानदारों ने 116 स्टाल लगाए हैं। इन स्टालों पर खादी के सूती, ऊनी व सिल्क वस्त्र, साड़ियां, स्टोल, सदरी, कोट, जैकेट, शॉल, बेडशीट, कंबल जैसे उत्पाद तो हैं ही अलग अलग जिलों के ओडीओपी उत्पाद की विस्तृत रेंज भी अवलोकन व बिक्री के लिए प्रदर्शित है। प्रतापगढ़ के अचार-मुरब्बा, राजस्थान की बीकानेरी नमकीन व पापड़, सहारनपुर के फर्नीचर, कन्नौज की धूपबत्ती एवं अगरबत्ती, आगरा एवं कानपुर के जूते-चप्पल, लखनऊ की चिकनकारी, भदोही व सीतापुर के कालीन, कश्मीरी शाल, सूखे मेवे, घरेलू उपयोगी उपकरण और विभिन्न प्रकार के औषधीय उत्पाद लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। गोरखपुर और कुशीनगर में बने रेडीमेड गारमेंट के स्टाल पर भी जुटान हो रही है। खादी के वस्त्रों पर अलग अलग दर से छूट भी दी जा रही है। प्रदर्शनी में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंच से खादी फैशन शो का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी का आयोजन करने वाली खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के परिक्षेत्रीय अधिकारी एके पाल ने बताया कि 21 जनवरी से 27 जनवरी तक मंडल स्तरीय इस प्रदर्शनी में करीब 45 लाख रुपये के उत्पादों की बिक्री हो चुकी है। मौसम का साथ मिलने से यहां आए शिल्पियों का कारोबार और बढ़ेगा। उन्होंने आमजन से प्रदर्शनी का अवलोकन करने के लिए आमंत्रित करते हुए बताया कि यह प्रदर्शनी चार फरवरी तक चलेगी।
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