लोंहदा कांड: अधिवक्ताओं द्वारा उप जिलाधिकारी को ज्ञापन

न्याय दिलाने एवं ग्रामीणों के ऊपर लाठी बरसाने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध जांच की कार्रवाई किए जाने की मांग की

कौशाम्बी। जिले के सैनी थाना क्षेत्र के लोंहदा गांव निवासी रामबाबू तिवारी द्वारा जहरीला पदार्थ निगलकर की गई आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को जिले के अधिवक्ताओं ने रामबाबू प्रकरण में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया।
 
उल्लेखनीय है कि रामबाबू तिवारी के पुत्र सिद्धार्थ को सैनी पुलिसने दबंगों के दबाव में आकर नाबालिक के साथ अश्लील हरकत करने के झूठे आरोपकी रिपोर्ट दर्ज 29 मई को जेल भेज दिया था ।पिताराम बाबू अपने पुत्र के बेगुनाही साबित करने के चक्कर में पुलिस अधिकारियों की परिक्रमा करता रहा लेकिन हर जगह निराशा और अपमान मिला न्याय कि आश खो चुका रामबाबू 4 जून को सैनी थाना में जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर लिया रामबाबू का शव जब 5 जून को पोस्टमार्टम के बाद लाया गया तो आक्रोशित लोंहदा गांव के ग्रामीण गुरुवार को हाईवे जाम कर धरना पर बैठ गए प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री से  मांग कर रहे थे निर्दोष जेल में बंद सिद्धार्थ को रिहा कर दिया जए रामबाबू की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाए मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर बर्बरतापूर्ण लाठियां बरसाई जिसमें कई लोग चोटहिल हो गये पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा उनके साथ भी मारपीट की गई।
 
इस मामले को लेकर पुलिस ने नौ प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध गुरुवारको रिपोर्ट दर्ज कर चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया था इसकी जानकारी होने पर जिला मॉडल बार एसोसिएशन के अधिवक्ता भारी संख्यामें पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन दे कर पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग की गई।
 
। इसी तरह चायल तहसील के अधिवक्ता उप जिलाधिकारी हो ज्ञापन देकर लोंहदा प्रकरण में पीड़ित ब्राह्मण परिवार को न्याय दिए जाने एवं ग्रामीणों के ऊपर लाठी बरसाने वाले पुलिस कर्मियों के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।

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