भाजपा के रोड़ शो मे दिखी एकजुटता, सपा रूठों को मनाने मे लगी, जनता से दूर 

भाजपा के रोड़ शो मे दिखी एकजुटता, सपा रूठों को मनाने मे लगी, जनता से दूर 

 

बदायूं। लोकसभा चुनाव जितना करीब आता जा रहा है, उतना ही राजनीति गलियारों मे चर्चा होने लगी है। कोई किसी को जीत का दावेदार बता रहा, तो कोई किसी को बता रहा है। गुरुवार को भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य के रोड मे काफी भीड होने और जगह-जगह स्वागत होने के साथ साथ भाजपा के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एकजुट रोड शो मे मौजूद रहे। जिस वजह से रोड शो काफी हद तक सफल रहा। भाजपा की एकजुटता देखकर लग रहा था कि भाजपा जीतने के लिए पूरी मेहनत कर रही है। बात करें बहुजन समाज पार्टी की तो बहुजन समाज पार्टी ने अभी तक बदायूं से अपने प्रत्याशी की घोषणा नही की है। अब बात करते हैं समाजवादी पार्टी की। वैसे जिला बदायूं समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है लेकिन 2019 मे भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य ने जीत दर्ज कर सपा प्रत्याशी धमेंद्र यादव की जीत की हैट्रिक रोक दी थी। सपा के कुछ नेताओं के विरोध को देखते हुए धर्मेन्द्र यादव का टिकट काटकर शिवपाल सिंह यादव को टिकट दिया गया। धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ का टिकट दिया। शिवपाल यादव के टिकट हो जाने के बाद से शिवपाल यादव अपने चुनाव पर पूरा ध्यान नही दे पा रहे हैं, क्योंकि अभी वो रुठों को मना रहे हैं। चुनाव का समय करीब आता जा रहा है लेकिन जनता के बीच न जाकर अभी पार्टी से रुठों को मना रहें हैं। वहीं भाजपा डोर टू डोर जाकर जनता से संपर्क साधे हुए है। चर्चा तो यह भी है कि शिवपाल यादव के पुत्र आदित्य यादव बदायूं से चुनाव लडेंगे। शिवपाल यादव ने कुछ रुठों को तो मना लिया है, लेकिन जनता के बीच अभी तक नही गये हैं। जिसका फायदा भाजपा को मिल रहा है। यह भी बताया जाता है कि जैसे कुछ लोग धर्मेन्द्र यादव को अधिकतर जनता के बीच न जाने देते थे, जिसका नतीजा 2019 के चुनाव सपा को हार का सामना करना पड़ा था। यह भी सच है कि शिवपाल यादव बडे नेता हैं, वो जनता के बीच जाकर ही अपना चुनाव मजबूत करेंगे। मौजूदा समय में मुस्लिम क्षेत्रों में सपा का उतना ज़ोर नही है, जितना पहले कभी चुनाव मे रहता था, उसकी वजह यह है कि जीतने के बाद कुछ लोग जनता के बीच नही जाने देते थे। जनता को अपना काम कराने के लिए किसी न किसी ज़रुरत पडती थी। इसलिए इन बातो को ध्यान रखते हुए सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव को रूठों को मनाने के साथ साथ जनता के बीच जाना बहुत जरूरी है। भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य और भाजपा की टीम जनता के बीच जाकर अपना चुनाव मजबूत करने मे जुट गए हैं। लेकिन सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव जनता से अभी बहुत दूर है, चुनाव में मजबूती लाने के लिए जनता के बीच जाना बहुत जरूरी है। क्योंकि जनता ही चुनाव जिताती है।

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