होली के दिन 36114 सूचनाओं पर 112 ने दी आकस्मिक सहायता
आम दिनों में लगभग 19 हजार सूचनाओं पर 112 देती है सहायता
By Harshit
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- सूचनाओं की भारी संख्या के बीच रिस्पोंस टाइम को भी बनाये रखा
- लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज से सर्वाधिक सूचनाएं
लखनऊ। जब पूरा प्रदेश खुशनुमा माहौल में रंगों का त्यौहार होली मना रहा था, उस समय यूपी-112 की पीआरवी जरूरतमंद लोगों को आकस्मिक सहायता उपलब्ध करने में व्यस्त थी। 112 मुख्यालय के आंकड़े बताते हैं कि होली के मौके पर प्रदेश भर में 4800 पीआरवी ने 36114 सूचनाओं पर लोगों को आकस्मिक त्वरित सहायता पहुंचाने का काम किया। जबकि आम दिनों में 19 हजार सूचनाओं पर 112 की ओर से प्रतिदिन नागरिकों को आकस्मिक सहायता प्रदान की जाती है। रंगों का ये त्योहार बेरंग ना हो इसके लिए एडीजी-112 नीरा रावत ने पहले से ही ज़मीनी तैयारी की थी।
होली के मौके पर आकस्मिक सहायता के लिए यूपी-112 पर 24/25 मार्च की देर रात से सूचनाओं का मिलना शुरू हो गया था। इस दौरान एम्बुलेंस, फायर, पुलिस से सम्बन्धी मिली सूचनाओं पर पीआरवी कर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुच कर सहायता दी। 24 घंटे में प्रदेश भर में सर्वाधिक 3375 सूचना लखनऊ से मिली। इसके बाद क्रमशः वाराणसी से 1920, गोरखपुर से 1870, कानपुर से 1618 और प्रयागराज से 1344 सूचनाएं यूपी-112 को प्राप्त हुई। इस दौरान श्रावस्ती जनपद सबसे शांत रहा। यहां से 24 घंटे में सिर्फ 81 सूचनाएं 112 को मिली।
त्यौहार के मौके पर आकस्मिक सहायता जल्द से जल्द लोगों को मिल सके इसके लिए अधिकारियों का पूरा फोकस रिस्पांस टाइम पर रहा। होली के दिन सहायता मांगने वालों की संख्या आम दिनों की अपेक्षा काफी अधिक होने के बावजूद रिस्पांस टाइम बना रहा। सहायता मांगने वालों की संख्या बढने के साथ रिस्पांस टाइम ना बढ़े इसके लिए 112 के अधिकारियों ने पहले से ही तैयारी कर ली थी। कॉल टेकर और पीआरवी कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण के साथ सतर्क रहने का निर्देश दिया गया था. ताकि कॉल का ट्राफिक बढ़ने के बाद भी लोगों को आकस्मिक सहायता जल्द से जल्द मिल सके।
होली के मौके पर आकस्मिक सहायता के लिए यूपी-112 पर 24/25 मार्च की देर रात से सूचनाओं का मिलना शुरू हो गया था। इस दौरान एम्बुलेंस, फायर, पुलिस से सम्बन्धी मिली सूचनाओं पर पीआरवी कर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुच कर सहायता दी। 24 घंटे में प्रदेश भर में सर्वाधिक 3375 सूचना लखनऊ से मिली। इसके बाद क्रमशः वाराणसी से 1920, गोरखपुर से 1870, कानपुर से 1618 और प्रयागराज से 1344 सूचनाएं यूपी-112 को प्राप्त हुई। इस दौरान श्रावस्ती जनपद सबसे शांत रहा। यहां से 24 घंटे में सिर्फ 81 सूचनाएं 112 को मिली।
त्यौहार के मौके पर आकस्मिक सहायता जल्द से जल्द लोगों को मिल सके इसके लिए अधिकारियों का पूरा फोकस रिस्पांस टाइम पर रहा। होली के दिन सहायता मांगने वालों की संख्या आम दिनों की अपेक्षा काफी अधिक होने के बावजूद रिस्पांस टाइम बना रहा। सहायता मांगने वालों की संख्या बढने के साथ रिस्पांस टाइम ना बढ़े इसके लिए 112 के अधिकारियों ने पहले से ही तैयारी कर ली थी। कॉल टेकर और पीआरवी कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण के साथ सतर्क रहने का निर्देश दिया गया था. ताकि कॉल का ट्राफिक बढ़ने के बाद भी लोगों को आकस्मिक सहायता जल्द से जल्द मिल सके।
Tags: lucknow
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