भारी संख्या में धरने में जुटेंगे शिक्षामित्र
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के ईको गार्डेन में टीईटी पास शिक्षामित्रों के धरने में बुधवार से प्रदेश के अन्य जिलों से भी शिक्षामित्र जुटने शुरू होंगे। अभी तक काफी शिक्षामित्र प्राइमरी स्कूलों में चल रहे समर कैम्प की वजह से धरने में शामिल नहीं हो पा रहे थे। अब सभी धरने में शामिल होकर आवाज बुलंद करेंगे। शिक्षक/शिक्षामित्र उत्थान समिति के अध्यक्ष गुड्डू सिंह ने चेतावनी दी है कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात नहीं हो जाती है। धरना जारी रखेंगे।
शिक्षक/शिक्षामित्र उत्थान समिति के बैनर तले 27 मई लगाताार इको गार्डन में तपती धूप और उमस में टेंट के नीचे टीईटी पास शिक्षामित्र धरना दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में 1.46 लाख शिक्षा मित्र प्रदेश में सेवाएं दे रहे हैं। इनमें से करीब 50 हजार शिक्षामित्र टीईटी व सीटीईटी उत्तीर्ण है। यह एनसीटीई के शिक्षक बनने की योग्यता के मानकों को पूरा करते हैं। उत्तराखण्ड, हिमाचल समेत दूसरे प्रदेश शिक्षामित्रों को सम्मानजनक मानदेय दे रहे हैं। शिक्षामित्रों का कहना है कि अब मुख्यमंत्री से मिलकर ही बात बनेगी।
प्रदेश संगठन मंत्री विकास शर्मा एवं प्रदेश महामंत्री अनुज त्रिपाठी ने कहा कि 10 हजार रुपये प्रति माह के मानदेय परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है। शिक्षामित्रों ने कहा कि शिक्षकों के समान वेतन, तब तक सम्मानजनक 12 माह का मानदेय, चिकित्सकीय अवकाश, 14 सीएल, एवं अन्य अवकाश दिया जाए। इसके अलावा महिला शिक्षा मित्रों के अन्तर्जनपदीय स्थानातरण, शिक्षा मित्रों के समायोजन के जारी शासनादेश का कार्यक्रम जारी किया जाए।
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