CM के सूचना विभाग में 369 करोड़ का घोटाला, जांच की मांग

CM के सूचना विभाग में 369 करोड़ का घोटाला, जांच की मांग

लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने आज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज कर सूचना विभाग में 369 करोड़ के घोटाले के आरोपों की जांच की मांग की है.
 
अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि उन्हें सूचना विभाग में वर्ष 2020 से 2024 के मध्य प्रिंटिंग के 19 ऐसे टेंडर की जानकारी मिली है, जिनमे प्रथमद्रष्टया भारी गड़बड़ी के आरोप हैं. यह गड़बड़ी दो तरह से की गयी बताई गयी है. एक तो इन सभी टेंडर में विभाग द्वारा वास्तविक दर से लगभग 40-70 प्रतिशत बढ़ा कर अनुमानित दर निर्धारित किये जाने के आरोप हैं. इस प्रकार इन 19 टेंडर का अनुमानित दर रु० 872.34 करोड़ रखा, जबकि उन कार्यों का वास्तविक दर मात्र रु 485.14 करोड़ बताया गया. ये टेंडर न्यूनतम बिडर को रु० 854.28 में टेंडर दिए गए, और इस प्रकार बढे अनुमानित दर के कारण सरकार को रु० 369 करोड़ की स्पष्ट हानि होना बताया गया है.
 
इसक अलावा इन 19 टेंडर में मात्र 04 फर्म, अम्बर प्रेस, प्रकाश पैकेजर, गोस्पेल प्रेस तथा ईथर प्रेस के तकनीकी बिड ही सभी टेंडर में बार-बार सही पाए गए, जबकि अन्य फर्मों के तकनीकी बिड को गलत ढंग से ख़ारिज किये जाने के आरोप हैं.  इस 04 फर्म में भी एक फर्म प्राथमिक स्तर पर एक दूसरी फर्म का छद्म फर्म होना पबताया गया.  
 
इसके अतिरिक्त भी तमाम ऐसे तथ्य हैं, जो प्राथमिक स्तर पर ही गड़बड़ी की ओर इशारा करते हैं.  ईथर प्रेस 08 जून 2021 को पंजीकृत हुई और उसे पंजीकरण के मात्र 10 दिन बाद 18 जून 2021 को ही रु 16.63 करोड़ तथा 10 माह बाद 01 अप्रैल 2022 को रु 27.63 करोड़ का टेंडर मिल गया, जबकि जेम शर्तों के अनुसार टेंडर हेतु कम से कम 01 वर्ष के अनुभव तथा 03 वर्षों के ऑडिट रिपोर्ट की अनिवार्य आवश्यकता बताई गयी है. इसी प्रकार अभिलेखों के अनुसार 02 मामलों में उसी दिन घोषित करते हुए बिड को निर्धारित तिथि से पहले खोल दिया गया और 03 मामलों में बिना सूचना दिए ही बिड को निर्धारित तिथि से पहले खोला गया. 08 जुलाई 2021 को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना हेतु दिए गए 188 करोड़ के टेंडर में संबंधित तीनों फर्म के पास नॉन-वुवेन बैग का आवश्यक योग्यता नहीं होने के बाद भी उन्हें इतना बड़ा टेंडर दिए जाने के आरोप हैं.
 
अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री से स्वयं उनके विभाग के इन गंभीर अनियमितताओं के आरोपों की अविलम्ब उच्चस्तरीय जाँच की मांग की है.

 

About The Author

Tarunmitra Picture

‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है। 

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां

Latest News