सावधानी ही है लू और गर्मी से बचाव : डॉ.धीरेन्द्र
लखनऊ। प्रचंड गर्मी और लू से सावधानी बरतकर ही बचा जा सकता है। थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। ये जानकारी डॉ.धीरेन्द्र कुमार देते कहा कि तेज धूप और लू के चलते सावधानी बरतने की जरूरत है।
डॉ.धीरेन्द्र ने कहा कि जब भी घर से निकलें तो नाश्ता करके निकलें, घर से बाहर निकलते समय सिर को गीले कपड़े से ढंके, छाता और धूप का चश्मा लगायें क्योंकि आंखें सूरज की रोशनी के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होती हैं, पानी की बोतल अवश्य साथ में रखें,सूती, हलके रंग के और पूरी बांह के कपड़े पहने,शरीर को हाइड्रेट करने के लिए,खूब पानी पीयें, ठंडे पानी से नहायें,ताजा खाना खाएं,थोड़ी-थोड़ी देर में नीबू पानी, तरबूज,खरबूजा, खीर, ककड़ी, ओआरएस छांछ, मट्ठा, आम पना, लस्सी आदि का सेवन करें।
हीट स्ट्रोक या लू लगने के लक्षण के बारे बताते हुए कहा, तेज बुखार जिसमें तापमान 104 डिग्री फारेनहाईट या इससे ज्यादा चला जाता है। बेहोशी आ जाती है,मरीज कोममें भी जा सकता है। इसके अलावा चक्कर आना, सिर में दर्द, उलटी आना, कमजोरी, थकान, कन्फ्यूजन होना, गाढ़े रंग का पेशाब होना, मांसपेशियों और पेडू में अकड़न होना आदि।
हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं । डॉ.धीरेन्द्र के मुताबिक ने कहा कि यह बहुत ही जरूरी है कि हीट स्ट्रोक, हीट रैश और हीट क्रैम्प के लक्षणों के बारे में पता हो जिससे कि समय से इसका प्रबंधन किया जा सके।
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