5 लाख की ‘लक्ष्मण रेखा’ होगी पार, गढ़ में मची टकरार!

राजनाथ सिंह ने तीसरी बार लखनऊ सीट से किया नामांकन, सीएम योगी व पुष्कार धामी मौजूद

5 लाख की ‘लक्ष्मण रेखा’ होगी पार, गढ़ में मची टकरार!

रवि गुप्ता

  • अबकी बार 400 पार व 5 लाख का बनेगा रिकॉर्ड से पटे पड़े चौक-चौराहे व सड़कें
  • लखनऊ पूर्वी एक मात्र सीट जोकि राजधानी में बीजेपी का माना जाता है अभेद्य गढ़
  • 20 मई को लोस के साथ ही सम्पन्न होगा लखनऊ पूर्वी सीट पर विधानसभा उपचुनाव
  • बीजेपी प्रत्याशी संगठन से जुड़े,कांग्रेस उम्मीदवार समाज से जुड़ा, पब्लिक सब जानती है
  • ओपी श्रीवास्तव के जनसंपर्क में अभी तक नहीं दिखा लखनऊ का कोई बड़ा नेता-मंत्री
  • मुकेश सिंह चौहान ने पार्षदों को शुरू किया साधना, अंदर ही अंदर बन रही जमीनी रणनीति

लखनऊ। कड़ी धूप और बेहाल करने वाली गर्मी के बीच सोमवार को राजनाथ सिंह ने लगातार तीसरी बार लखनऊ संसदीय सीट से बीजेपी टिकट पर कलेक्ट्रट में अपना नामांकन दाखिल किया। प्रदेश कार्यालय से उनकी इस चुनावी यात्रा में सीएम योगी उनके साथ दिखे तो कलेक्ट्रट में  जिला निर्वाचन अधिकारी सूर्यपाल गंगवार के समक्ष नामांकन दाखिल के दौरान उस पल के साक्षी उत्तराखंड सीएम पुष्पकर सिंह धामी बने। देखने में यह भी आया कि एक तरह से कलेक्ट्रेट से लेकर परिवर्तन चौक, हजरतगंज अटल चौक, विधानसभा मार्ग, बापू भवन चौराहा एक तरह से राजनाथ सिंह के नामांकन काफिले के बीच दोपहर में लम्बे समय तक दैनिक आवागमन रेंग-रेंगकर चलता दिखा। मगर इस बीच कुछ ऐसी बैनरों-पोस्टरों पर नज़र गई जिस पर अंकित रहा कि अबकी बार 400 पार तो, पार करेंगे 5 लाख का रिकॉर्ड, यानी राजनाथ सिंह की इस बार की चुनावी जीत का आंकड़ा पांच लाख के पार होगा।

22

एक तरह से यह माना जाये कि 2024 के लोकसभा चुनाव में इस बार राजनाथ सिंह ने लक्ष्मणनगरी में एक तरह से पांच लाख की लक्ष्मण रेखा पार करने की मंशा बना रखी है जिस पर अब कितना अमल हो पाता है, यह तो आगामी 20 मई को मतदान के दिन कमल पर ईवीएम बटन दबाने वालों पर निर्भर करेगा। बता दें चूंकि लखनऊ पूर्वी सीट पर भी इस दिन उपचुनाव होना है जिस पर ओपी श्रीवास्तव चुनावी मैदान में हैं। वहीं पार्टी जानकारों की माने तो लखनऊ पूर्वी क्षेत्र एक प्रकार से बीजेपी लखनऊ का गढ़ रहा है और सभी विस सीटों में यही वो एक मात्र विस क्षेत्र है जोकि लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह के पांच लाख के सपने को पूरा करने में अहम रोल निभा सकता है।

33

उनके अनुसार इस विस क्षेत्र से जितना अधिक वोट कमल पर दबेगा, वही आंकड़ा लोस चुनाव प्रत्याशी के लिये संजीवनी का काम करता जायेगा। लेकिन सवाल यह है कि आखिर इस पर अमल तभी हो पायेगा जब लखनऊ पूर्वी सीट के उपचुनाव में बीेजेपी से कोई जाना-पहचाना चेहरा या नाम जनमानस के बीच खड़ा दिख रहा हो। जहां तक ओपी श्रीवास्तव को लेकर चर्चायें हैं, कि वो संगठन का चेहरा हैं न कि बीजेपी का और वो इंदिरानगर क्षेत्र में रहते हुए भी सार्वजनिक तौर पर हर खासोआम पब्लिक से कभी उतने कनेक्ट नहीं रहे, तो ऐसे में उन पर वहां के लोगों का पूरा भरोसा भी बनता नहीं दिख रहा।

वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस प्रत्याशी और तीन बार से पार्षद रहे मुकेश सिंह चौहान जमीनी नेता के तौर पर क्षेत्र में जाने जाते हैं, हालांकि यह भी सही है कि पार्षदी के चुनाव और विधायकी के चुनाव में काफी अंतर है जिस पर परीक्षण करना जरूरी है। वैसे क्षेत्र के पार्टी जानकारों की माने तो चौहान इस चुनावी नब्ज को पहले ही टटोल चुके हैं, और वो वहां के पार्षदों की टीम से निरंतर संपर्क में हैं। ऐसे में यह कहना गलत न होगा कि यदि लखनऊ पूर्वी सीट के तहत आने वाले मौजूदा पार्षदों व पूर्व पार्षदों ने संयुक्त होकर चौहान को सपोर्ट कर दिया तो ओपी श्रीवास्तव केवल ‘मोदी-योगी, राम-राम’ ही रटते रह जायेंगे और खुशफहमी में रहते हुए उनके हाथ कुछ खास नहीं लग पायेगा। फिर ओपी किस तरह राजनाथ के पांच लाख वोटों से हैट्रिक जीत बनाने वाले रिकॉर्ड में कहां तक भागीदार बन पायेंगे, यह तो बड़ी टेढ़ी खीर साबित होती दिख रही...।

Tags: lucknow

About The Author

Latest News

किशनी के फरेंजी में जेसीबी से बड़े स्तर पर अवैध मिट्टी खनन किशनी के फरेंजी में जेसीबी से बड़े स्तर पर अवैध मिट्टी खनन
मैनपुरी/किशनी। खेतों से मिट्टी उठबाने में खनन ठेकेदार प्रशासन की बिना अनुमति के धड़ल्ले से ट्रैक्टर-ट्रॉली से करा रहे हैं...
डॉ किरन सौजिया स्कूल में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया अलंकरण समारोह
पत्रकार की कार से बैटरी चोरी,थाने में दी तहरीर।
पुलिस मुठभेड में शातिर हिस्ट्रीशीटर/गौकश अपराधी गिरफ्तार
झाँसी : योगी का रोड शो एक, दे गया दर्द अनेक
मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए निकाली गई जागरूकता रैली
माधवी राजे सिंधिया के अंतिम संस्कार में तीन राज्यों के मुख्यमंत्री समेत कई वीआईपी होंगे शामिल