केजीएमयू में पीजी कर रहे चिकित्सक हुए पुरस्कृत

प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के पीजी चिकित्सकों ने किया प्रतिभाग

केजीएमयू में पीजी कर रहे चिकित्सक हुए पुरस्कृत

  • कुलपति ने विजेताओं को पुरस्कृत कर किया सम्मानित
  • कॉन्क्लेव एनुअल के दूसरे दिन विशेषज्ञों ने रक्त विकार पर की चर्चा

लखनऊ। केजीएमयू के अटल विहारी कन्वेंशन सेंटर में चल रहे एनुअल कॉन्क्लेव के दूसरे दिन प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के हेमेटोलॉजी में पीजी कर रहे चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया। रविवार को आयोजन सचिव डॉ एसपी वर्मा ने बताया कि प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में हेमेटोलॉजी में पीजी कर रहे चिकित्सक मौजूद रहे। जिसमें बीएचयू की टीम ने प्रथम स्थान,आरएमएल लखनऊ की टीम ने द्वितीय स्थान तथा एमएलएन प्रयागराज की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। वहीं विजेताओं को कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद द्वारा पुरुस्कृत किया गया। सत्र के दौरान डॉ रीना दास पीजीआई चंडीगढ़ ने बताया ने रक्त टूटने वाले रोग जन्मजात होते है। उनकी पहचान करना मुश्किल होती है।

उन्होंने कहा कि  थैलेसीमिया के मरीजो में आयरन ओवरलोड होने की समस्या होती है। ऐसा बार-बार रक्त चढ़ाने से होती है। ऐसी स्थिति में मरीजों का उपचार कैसे किया जाए इस विषय पर उड़ीसा से डॉ आरके जेना ने विस्तार से बताया। इसी क्रम में मुम्बई से आये अभय भावे ने एनीमिया बिषय पर बोलते हुए बताया कि आयरन की कमी एक सामान्य समस्या है। इसके उपचार में आयरन की गोली का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि बिषम परिस्थितियों में नस के द्वारा आयरन देना भी उचित होता है और यह सुरक्षित भी होता है। डॉ दिनेश भूरानी दिल्ली से आए हुए उन्होंने बताया कि एक्यूट मयलोइड ल्यूकीमिया को पहचानना वृद्ध लोगों मे मुश्किल होता है।

उन्होंने बीमारी की पहचान और उपचार के लिए विशेष जांचों के बारे में बताया। साथ ही बढ़ती उम्र में उपचार में आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। साथ ही डॉ तथागत चटर्जी  फरीदाबाद ने एक्यूट मयलोइड लुकीमिया जैसी बीमारियों में आधुनिक विधि जैसे एनजीएस यानी नेक्स्ट जेनरेशन सिक्विनसिंग की उपयोगिता के बारे में बताया। इसके तत्पश्चात कुलपति प्रो सोनिया नित्यानंद ने अपने संबोधन में शोध की गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि शोध से निकले निष्कर्ष रोगियों के उपचार की दिशा निर्धारित करते हैं। रोगी के उपचार में विभिन्न विभागों का सामूहिक प्रयास उपचार को समग्रता एवं संपूर्णता प्रदान करता है। 

Tags: lucknow

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