सरकार के नए इनकम टैक्स बिल में डिजिटल संपत्तियों की जांच होगी, टैक्स अधिकारी अब व्हाट्सएप, टेलीग्राम, ईमेल और क्लाउड डेटा देख सकेंगे।
एन्क्रिप्टेड मैसेज से काले धन और क्रिप्टो टैक्स चोरी का पर्दाफाश, गूगल मैप्स और इंस्टाग्राम से बेनामी संपत्तियों के सुराग मिले।
1961 का पुराना कानून बदला जाएगा, अब डिजिटल लेन-देन पर सख्त निगरानी और फॉरेंसिक जांच होगी।
व्हाट्सएप, ईमेल, क्लाउड स्टोरेज और डिजिटल रिकॉर्ड तक मिलेगी पहुंच, क्रिप्टो एक्सचेंज, ऑनलाइन वॉलेट और डिजिटल बैंकिंग पर भी नजर रहेगी।
लोकेशन हिस्ट्री और सोशल मीडिया पोस्ट से बेनामी संपत्तियों का खुलासा, नकली कंपनियों और छुपे हुए लेन-देन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
एआई और डिजिटल फॉरेंसिक्स से हर लेन-देन की गहरी जांच होगी, अब टैक्स कानून डिजिटल संपत्तियों को भी घेरे में लेगा।
Next Story