भूकंप से भारी तबाही

28 मार्च 2025 को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मांडले और नायपीडॉ समेत कई शहरों में इमारतें ढह गईं, सड़कों और पुलों को भी भारी नुकसान हुआ।

आफ्टरशॉक्स से हालात बिगड़े

भूकंप के कुछ मिनटों बाद ही 6.4 तीव्रता का आफ्टरशॉक आया, जिससे पहले से कमजोर इमारतें गिर गईं। 24 घंटे में 70 से अधिक झटकों ने राहत और बचाव कार्य को मुश्किल बना दिया।

बचाव कार्य में बाधाएँ

बिजली और इंटरनेट ठप होने से संचार व्यवस्था प्रभावित, जिससे बचाव दल को मुश्किल हो रही है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने से इलाज बाहर किया जा रहा है।

ऑपरेशन ब्रह्मा: भारत

भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत म्यांमार को तत्काल सहायता भेजी है। दो NDRF टीमों, एक मेडिकल क्रू और 55 टन राहत सामग्री के साथ भारतीय विमान रवाना किए गए हैं, जिससे भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाई जा सके।

थाईलैंड में भी असर

बैंकॉक में भूकंप से एक 33-मंजिला इमारत ढह गई, जिसमें 6-10 लोगों की मौत हुई और 101 लोग लापता हैं।

अभी भी खतरा बरकरार

विशेषज्ञों का कहना है कि आफ्टरशॉक्स जारी रह सकते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की है, लेकिन गृहयुद्ध के चलते राहत कार्यों में कठिनाई हो रही है।