नॉर्मलाइजेशन का विरोध

नॉर्मलाइजेशन का विरोध पटना, बिहार में छात्रों ने बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। खान सर के समर्थन में छात्रों ने प्रदर्शन किया, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की झूठी अफवाहें भी फैलीं।

परीक्षा और प्रदर्शन की शुरुआत

बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को है। छात्रों की मांग है कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया न हो। वे एक समान प्रश्नपत्र चाहते हैं ताकि परीक्षा पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।

प्रदर्शन के दौरान हुई घटनाएं

पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई। लाठीचार्ज में कई छात्र नेता घायल हुए। छात्रों का आरोप है कि नॉर्मलाइजेशन उनके भविष्य को नुकसान पहुंचाएगा और यह परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता की कमी दर्शाता है।

खान सर और सोशल मीडिया विवाद

सोशल मीडिया पर ‘खान ग्लोबल स्टडी’ नाम के हैंडल से एक पोस्ट वायरल हुआ, जिसमें खान सर की गिरफ्तारी का झूठा दावा किया गया। पटना पुलिस ने इसे भ्रामक बताया और स्पष्ट किया कि खान सर हिरासत में नहीं हैं।

पटना पुलिस की प्रतिक्रिया

पटना पुलिस ने ‘खान ग्लोबल स्टडी’ हैंडल पर एफआईआर दर्ज की है। SDPO अन्नू कुमारी ने कहा कि सोशल मीडिया हैंडल पर फैलाया गया झूठ छात्रों को गुमराह कर रहा है।

क्या है नॉर्मलाइजेशन?

नॉर्मलाइजेशन परीक्षा के अंकों को संतुलित करने की प्रक्रिया है, जब अलग-अलग पालियों में परीक्षा आयोजित होती है। इसका उद्देश्य समान मूल्यांकन करना है, लेकिन छात्रों का कहना है कि यह पारदर्शिता में बाधा डाल सकता है।

आगे की राह

बीपीएससी ने स्पष्ट किया है कि नॉर्मलाइजेशन इस बार की परीक्षा में लागू नहीं होगा। छात्रों की मांग है कि बीपीएससी अध्यक्ष आरबी परमार इस फैसले को लिखित रूप में घोषित करें। स्थिति अब भी अनसुलझी है, और प्रदर्शनकारियों के दबाव के चलते आगे की कार्रवाई पर निर्भर करेगा।

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