उमेश कुमार की चुनाव के शुरुआती दौर में ही हालत पतली
रुड़की (देशराज पाल)। लोकसभा चुनाव के शुरुआती दौर में ही निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार की हालात पतली देखी जा रही है। यदि उन्होंने इस पर शीघ्र ही ध्यान नहीं दिया तो लोकसभा क्षेत्र की जनता का मानना है कि उनकी हार बेहद ही चौंकाने वाली होगी।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दलीय नेता अपनी ओर से अधिक से अधिक रुख करने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हो या फिर कांग्रेस पार्टी के या बहुजन समाज पार्टी के सभी प्रत्याशी रोजाना अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाताओं के बीच पहुंचकर उन्हें अपनी नीतियों से अवगत कराने के साथ ही मतदाताओं में विश्वास भरने का काम कर रहे। वहीं खानपुर विधानसभा से विधायक उमेश कुमार भी लोकसभा चुनाव हरिद्वार सीट से लड़ रहे हैं। उन्होंने भी चुनाव को लेकर अपनी खासी तैयारी भी बहुत पहले से ही शुरू करती थी। इतना ही नहीं उनके द्वारा बड़े-बड़े कार्यक्रम लोकसभा क्षेत्र में किए गए। लेकिन इन कार्यक्रमों का कोई असर होता अब नहीं दिखाई दे रहा है। जी हां यह बात हम नहीं बल्कि लोकसभा क्षेत्र की जनता स्वयं अपने मुख से कहती सुनती दिखाई दे रही है। लोकसभा चुनाव के शुरुआती दौर में ही उमेश कुमार की लोकसभा क्षेत्र में हालत इतनी पतली है कि उन्हें जनसंपर्क के दौरान कोई खासा समर्थन नहीं मिल रहा है। गिने चुने लोग वह अपनी गाड़ियों में बैठाकर ले जा रहे हैं जिससे थोड़ी हल्की-फुल्की भीड़ को वह जबरदस्ती दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि इसके उलट उन्हें क्षेत्र में जनता का जो समर्थन मिलना चाहिए था वह उन्हें नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में यदि उन्होंने शीघ्र ही इस पर कोई ध्यान नहीं दिया तो चुनावी नतीजा बहुत चौंकाने वाले हो सकते हैं।
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