
श्रावस्ती। बरसात (danger of cutting) धान व गन्ना की फसलों के लिए संजीवनी मानी जा रही है। वहीं खेतों में लगी फूल पर आ चुके उर्द, मूंग व तिल की फसल के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। लगातार बरसात को देखते हुए डीएम के आदेश पर विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया। जिले सहित नेपाल व पहाड़ों पर हो रही बरसात के कारण जहां सिरसिया क्षेत्र के पहाड़ी नाले उफान पर हैं। वहीं भिनगा जंगल के मध्य बहने वाले केन नाले का जलस्तर (danger of cutting) भी बढ़ रहा है।
लोगों को अपने खेतों में जहां कटान का खतरा सताने लगा है। वहीं लोग बाढ़ की संभावना को लेकर दहशत में आ गए हैं। हालांकि नदी के बढ़े जलस्तर को देखते हुए उसका पानी राप्ती योजक नहर में डिस्चार्ज किया जा रहा है। भिनगा व इकौना नगर सहित जिले के सभी प्रमुख कस्बों व बाजारों तथा गांवों में सफाई न होने के कारण नालियां चोक होने से जलनिकासी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
इस बरसात को फिलहाल फसलों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। वहीं पहाड़ों पर होने वाली बरसात के कारण राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ गया। जो राप्ती बैराज पर खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई। वहीं जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा हो रही है। यही नहीं तमाम विद्यालयों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाने के कारण डीएम के निर्देश पर स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। यह विद्यालय अब सोमवार को खुलेंगे। जिले में बुधवार रात से हो रही बरसात शुक्रवार को भी जारी रही। विगत दो दिनों में जिले में 93.5 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई।