रायबरेली: नहीं पहुंची बारात, सूना पड़ा रहा मण्डप
फिर दहेज लोभियों की शिकार हुई एक बेटी
पीड़ित की तहरीर पर धोखा धडी व दहेज का मुकदमा दर्ज
रायबरेली। दहेज़ के खिलाफ चाहे जितने सख्त कानून आ जाए और चाहे लोगों को कितना भी जागरूक किया जाए लेकिन आज भी समाज में ऐसे लोग हैं जिनके कारण 'दुल्हन ही दहेज़ है' जैसी सूक्तियाँ किताबी साबित हो जाती है। ताज़ा मामला शिवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बैंती का है जहाँ दहेज ना मिलने पर दूल्हा बारात लेकर ही नहीं आया। बतादे कि उक्त थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बैंती का जहां बीते शनिवार को राजेंद्र जासवाल की बेटी शिवानी जायसवाल की बारात आनी थी। शादी का मंडप, जयमाल स्टेज, तथा सड़क से लेकर घर तक गैलरी एवं भोजन पांडाल, सजा था, भोजन के स्टाल लगे थे,रंग बिरंगी लाइटों एवं झालरों से घर जगमगा रहा था, रिश्तेदार एवं ग्रामीण आ-जा रहे थे, सभी दूल्हन के पिता और मां को बेटी के शादी समारोह की मंगल शुभकामनाएं दे रहे थे, घर में खुशियों का माहौल था, जयमाल के लिए दूल्हन का श्रृंगार किया जा रहा था,महिलाएं तथा दूल्हन की सहेलियां सभी सज संवर रही थी। परिजन व्यवस्थाओं में लगे थे ताकि जनवास से लेकर द्वारचार तथा जयमाल मण्डप तक बारातियों के स्वागत में किसी प्रकार की कमी ना रहने पाए, किन्तु बारात न आने से सारे सपने चकना चूर हो गये, सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई। दूल्हन पक्ष का आरोप है कि निर्धारित समय पर जब बारात नहीं आई तो रात 8 बजे परिजनों ने वर पक्ष से फोन के माध्यम से सम्पर्क किया तो दूल्हे के पिता और दूल्हे के बड़े भाई ने साफ इंकार करते हुए कहाकि हम बारात लेकर नहीं आएंगे। बारात इस शर्त पर लेकर आएंगे जब दहेज की मांग पूरी करोगे। राजेंद्र कुमार व उनकी पत्नी सुमनलता का आरोप है कि उन्होंने अपने सामर्थ्य के अनुसार मय सामान ढाई लाख की परीक्षा की थी तथा मय सामान करीब 3 लाख का तिलक चढ़ाया था। उन्होंने बताया कि 2 वर्ष पूर्व उनकी बेटी शिवानी जायसवाल की शादी अंकित जायसवाल पुत्र अच्छेलाल जायसवाल निवासी राय मंडोर तम्बौर थाना विसुवा, जिला सीतापुर के साथ तय हुई थी, शादी तय करते समय वर पक्ष ने कोई मांग नहीं की थी। आरोप है कि तिलक के बाद से वर पक्ष कन्या पक्ष के ऊपर दहेज की मांग को लेकर लगातार दबाव बना रहा था कि उनके बेटे की सरकारी नौकरी लगने वाली है इसलिए अब ऐसे शादी नहीं होगी दहेज में उन्हे चार पहिया गाड़ी और 10 लाख रुपए देने होंगे। जिनका यह भी आरोप है कि वर पक्ष ने दहेज की मांग करते हुए कहा था कि सरकारी नौकरी के लिए 20 लाख की डिमांड है जिसमें 10 लाख रुपए वर पक्ष देगा, और 10 लाख रुपए कन्या पक्ष को देने होंगे, जिसमें कन्या पक्ष ने अस्मर्थता जताई थी। शादी के दिन द्वार पर बारात ना आने की बात सुनकर कन्या पक्ष के पैरों तले से जमीन खिसक गई दूल्हन के माता-पिता गस खाकर गिर पड़े जिससे रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया, देर रात शिवगढ़ थाने पहुंचे दूल्हन के पिता राजेंद्र जायसवाल ने लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया है। थाना प्रभारी श्याम कुमार पाल ने बताया कि लड़की के पिता की शिकायत पर दूल्हा अंकित जायसवाल, उसके पिता अच्छे लाल जायसवाल, मां नीलम देवी, भाई विनीत जायसवाल, सरोज जायसवाल, प्रदीप जायसवाल और बहन शिवांगी जायसवाल के खिलाफ दहेज प्रथा और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
टिप्पणियां