ताज महोत्सव में चला सूफी संगीत का जादू 

निजामी ब्रदर्स ने कव्वाली और सूफी संगीत से बांधा समां 

ताज महोत्सव में चला सूफी संगीत का जादू 

लखनऊ। आगरा में चल रहे ताज महोत्सव में कला-संस्कृति की झलक देखने को मिली रही है। महोत्सव में सोमवार को कव्वाली और सूफी संगीत के लिए प्रसिद्ध निजामी ब्रदर्स ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। माधवास बैंड की सुरीली धुनों से पूरा मैदान गूंज उठा। इसके पहले सुबह हेरिटेज वॉक का आयोजन हुआ, जिसमें आगंतुकों ने आगरा के इतिहास से करीब से जाना। संस्कृति और समृद्धि थीम पर आयोजित 10 दिवसीय ताज महोत्सव 17 से 27 फरवरी तक चलेगा।

आगरा महोत्सव में शामिल होने आए लोगों ने जरी-जरदोजी, संगमरमर की अद्भुत नक्काशी और स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया। शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच पर शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों और माधवास बैंड ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं सानिका कुलकर्णी ने अपनी संगीतमय प्रस्तुति दी और ऋषि मिश्रा की भजन प्रस्तुति से सुनने वाले आनंदित हो गए। शाम 8 बजे फतेहपुर सीकरी में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपने सूफी गायन और कव्वाली गायन के लिए मशहूर निजामी ब्रदर्स ने अपने सुरों से लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।

महोत्सव में देश के कलाकार अपनी शिल्प कलाओं और कलाकृतियों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही स्वाद के शौकीनों को स्वादिष्ट व्यंजन अपनी ओर खींच रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश के स्थानीय कलाकारों को भी मंच प्रदान किया जा रहा है। ऐसे में शाम को खुशनुमा बनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कई मशहूर व स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुति से लोगों को आनंदित कर रहे हैं।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि ताज महोत्सव आगरा का बहुप्रतीक्षित और प्रतिष्ठ कार्यक्रमों में से एक है, जिसमें देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। ताज महोत्सव कलाकारों को एक मंच प्रदान करता है, जिससे देश की समृद्ध संस्कृति, कला व खानपान को देश-विदेश तक प्रचारित और प्रसारित करने का अवसर मिलता है तथा स्थानीय रोजगार में बढ़ोतरी होती है।

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