पीजीआई के डाक्टरों को मिला सर्वश्रेष्ठ शोध पुरस्कार

भारतीय बाल चिकित्सा एंडोस्कोपिक सर्जन का भव्य सम्मेलन

पीजीआई के डाक्टरों को मिला सर्वश्रेष्ठ शोध पुरस्कार

लखनऊ। भारतीय बाल चिकित्सा एंडोस्कोपिक सर्जन सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया यह आयोजन बीते 14 से 16 फरवरी तक अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज द्वारा किया गया। इसमें संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के रेजिडेंट्स डाक्टरों व संकाय सदस्यो ने पेसिकॉन 2025 में सर्वश्रेष्ठ शोध पुरस्कार जीता।

इस राष्ट्रीय पीडियाट्रिक इंडोस्कोपिक सर्जरी सम्मलेन में,डॉ निशांत अग्रवाल व डॉ बीजू नायर ने दो-दो तथा डॉ तरुण कुमार एवं डॉ प्रतिभा नायक ने एक-एक शोध पत्र में सर्वश्रेष्ट शोधपत्र का पुरस्कार जीता। डॉ विजय उपाधयाय एवं डॉ अंकुर मंडेलिया ने सम्मलेन में पीजीआई बाल शल्य चिकित्सा विभाग का नेतृत्व किया तथा आमंत्रित व्याख्यान भी दिया। डॉ अंकुर मंडेलिया व डॉ रोहित कपूर को पीडियाट्रिक इंडोस्कोपिक सर्जन का प्रतिष्ठित फ़ेलोशिप भी प्रदान किया गया। जिसमे देश के प्रमुख विशेषज्ञ इस क्षेत्र में हुई नवीनतम प्रगति और नवाचारों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुये। एसजीपीजीआई की पीडियाट्रिक सर्जरी की टीम अपनी असाधारण शोध प्रस्तुतियों के साथ सामने आई,जिसमें पीडियाट्रिक सर्जरी में अग्रणी तकनीकों, केस सीरीज और मूल कार्य का प्रदर्शन किया गया।

एंडोस्कोपिक सर्जरी के विभिन्न पहलुओं पर अभूतपूर्व कार्य प्रस्तुत किए गये।शोधपत्रों को उनकी वैज्ञानिक दृढ़ता, नवीन दृष्टिकोण और बाल रोगियों के परिणामों में सुधार लाने में व्यावहारिक निहितार्थों के लिए सराहना मिली। पुरस्कार विजेता डॉ. तरुण कुमार ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की, "ऐसे प्रतिष्ठित मंच पर जीतना हमारे लिए सम्मान की बात है। 

यह पीजीआई में हमारे विभाग द्वारा पोषित उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण और उत्कृष्ट अनुसंधान के उपयुक्त वातावरण को दर्शाता है। पीडियाट्रिक सर्जन के रूप में यह हमारे लिए शुरुआत है और हमें उम्मीद है कि पीडियाट्रिक एंडोस्कोपिक सर्जरी की उन्नति में हम योगदान देना जारी रखेंगे।"

पीडियाट्रिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ बसंत कुमार बताया कि पीडियाट्रिक सर्जरी और इसकी विभिन्न उप-स्पेशलिटी ने रोगी देखभाल और अनुसंधान में महत्वपूर्ण प्रगति की है। 

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