जिले को समझने में नए अधिकारी नहीं चूकेंगे, अपराध पर लगेगा अंकुश
उत्तर प्रदेश में क्राइम एनालिटिक्स एंड प्रिडिक्टिव पुलिसिंग पोर्टल शुरू
- पोर्टल पर क्लिक करते ही जोन वार विभिन्न अपराध डेटा का उपलब्ध हो जाएगा :डीजीपी
लखनऊ। सीएम योगी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में यूपी पुलिस को बेहतर व सुदृढ़ कानून-व्यवस्था की स्थापना, दंगा मुक्त प्रदेश बनाने, अपराध, अपराधियों पर अंकुश, महिलाओं, बच्चों-बुजुर्गों के लिए सुरक्षित माहौल देने, महिलाओं के विरुद्ध जीरो टालरेंस नीति अपनाते हुए अब तक कसौती में खरी उतरी है। इसी के तहत यूपी डीजीपी ने तकनीकी सेवा मुख्यालय द्वारा निर्मित क्राइम एनालिटिक्स एंड प्रिडिक्टिव पुलिसिंग पोर्टल की शुरूआत की। इस पोर्टल के शुरू हो जाने से जिले में जाने वाले अधिकारियों व थानों में तैनात थानाध्यक्षों को अपराध की घटनाओं के बारे में आसानी से जानकारी मिल जाएगी। जिसके माध्यम से वह अपने क्षेत्र का अपराध कम कर सकते हैं। पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने बताया कि तकनीकी सेवायें द्वारा मुख्यालय से थाने स्तर की पुलिसिंग, पर्यवेक्षण, संसाधनों के उचितम प्रयोग व बिग डाटा एनालिसिस से क्राइम एनालिटिक्स एवं प्रिडिक्टिव पुलिसिंग का नया पोर्टल विकसिता किया है। चूंकी पुलिस बल के आधुनिकीकरण,साफ्टवेयर, एप्लीकेशन, पोर्टल्स के निर्माण एवं आर्टिफिशल इन्टेलीाजेंस की सहायता से स्मार्ट पुलिसिंग के दायित्वों की पूर्ति पुलिस मुख्यालय तत्पर है।
डीजीपी ने बताया कि इस पोर्टल को इन हाउस विकसित किया गया है जो एक क्लिक पर विभिन्न अपराध डेटा का वर्गीकरण,विश्लेषण, क्राइम कलस्टर्स व हाटस्पॉट का चिन्हीकरण, इनका गूगलमैप पर अक्षांश-देशांतर सहित प्लाटिंग, अपराध पैटर्न व रूझान समझाना, जोन से थाने तक ड्रिल डान की सुविधा प्रदान कर सीसीटीवी व्यवस्थापन, फिक्स पिकेट, मोबाइल गश्त पार्टी, पीआरवी व्यवस्थापन, दबिश देकर गिरफ्तारी, बरामदगी करना एवं हाटस्पॉट पुलिसिंग से अपराधों में कमी लाना है। प्रत्येक तीन माह में फीडबैक के आधार पर समीक्षा एवं संंसाधन आवंटन का किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक मुख्यालय, जोन, परिक्षेत्र, जनपद, सर्किल, थाने स्तर तक वर्षवार अपराध आंकड़े, माहवार, ऋतुवार, पहरवार, प्रति घंटेवार अंधेरी-उजाली रातों के पैटर्न, मुख्य अपराध शीर्षकवार ट्रेंड देखकर, मैप पर प्लाट कर, हाटस्पॉट छांटे जा सकते हैं और जोन से थाने तक प्रत्येक शीर्षक में ड्रिल डाउन ऑप्शन्स मौजूद हैं।
डकैती, लूट, गृहभेदन, चोरी, पॉक्सो, महिला संबंधी अपराध, गोकशी, गौतस्करी के विशेष ट्रेंड्स निकाले गये हैं। जिनके आधार पर थानाध्यक्ष व प्रभारी निरीक्षक बीटवार प्लानिंग कर सकते हैं और यूपी पुलिस के मोटो जनसेवा, देशभक्ति, जनता के कल्याण और सेवा प्रथम को प्राप्त करने की ओर सार्थक कदम बढ़ा सकते हैं। इस पोर्टल की विशेषता सीसीटीएनएस के अधिकृत आंकड़ों का प्रयोग है। डीजीपी ने बताया कि इन-हाउस विकसित इस पोर्टल पर एक क्लिक करते ही क्षेत्र और जोन वार विभिन्न अपराध डेटा का उपलब्ध हो जाएगा। जिसके माध्यम से यूपी के हर जिले और स्थान के अपराध के हिसाब से पुलिस ड्यूटी से लगाकर उस पर लगाम करने में सहायक होगा।
अयोध्या में सुरक्षा के किये जा रहे पुख्ता इंतजाम
डीजीपी विजय कुमार ने बताया कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री का अयोध्या में आगमन तथा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा रह है। सबसे पहले अयोध्या में जितने बड़े व प्रसिद्ध मंदिर हैं वहां पर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। इसके साथ ही अयोध्या जाने के बाद संदेह आचरण करने वालों, बिना किसी काम के घूमने वाले, अपराधियों और बदमाशों की पुलिस के पास जो सूची है। उसके हिसाब से सभी पर सीसीटीबी कैमरों के माध्यम से नजर रखी जा रही है। अयोध्या परिक्षेत्र में जैसे ही किसी व्यक्ति की संदेहास्पद मिला तो पुलिस तुरंत उसे पकड़ने का काम करेंगी। अयोध्या में एआई का भी प्रयोग किया जा रहा है।
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