सरकारी नौकरियों में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
एसटीएफ ने तीन अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
- परीक्षाओं में पास कराने के नाम पर लेते थे प्रति अभ्यर्थी से पांच लाख रुपये
- ये तीनों मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की एसएससी जीडी की परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर पैसा वसूलते थे
लखनऊ। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में एसएससी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के तीन बदमाशों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों का नाम तरूण पुत्र सत्यवीर सिंह निवासी विकास कालोनी थाना गुलावठी, बुलन्दशहर, रॉबिन उर्फ रवि पुत्र रविन्द्र निवासी ग्राम बनबोई, थाना गुलावठी, बुलन्दशहर, सचिन पुत्र मुकेश कुमार निवासी ग्राम भटोना, थाना गुलावठी, बुलन्दशहर है।
इनके कब्जे से एक लैपटाप, पांच मोबाइल फोन, 12 आधार कार्ड मूल व छाया प्रति, तीन मूल निवास प्रमाण पत्र, छह रजिस्ट्रेशन फार्म, तीन मार्कशीट बनाने का प्रोफार्मा, एक एडमिट कार्ड एससीसी, एक वोटर आईडी कार्ड बनाने का प्रोफार्मा, एक वोटर आईडी कार्ड की छाया प्रति, एक स्विफ्ट कार बरामद किया है। एसटीएफ मेरठ यूनिट ने सरकारी नौकरियों की परीक्षा में फर्जीवाड़ा कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
एसटीएफ ने बुलदंशहर से तीन लोगों को गिरफ्तार करके फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह के अनुसार, बुलंदशहर के गुलावठी से तीनों आरोपितों को पकड़ा गया है और मेरठ लाकर उनसे पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों में तरुण पुत्र सत्यवीर सिंह निवासी विकास कॉलोनी गुलावठी जनपद बुलंदशहर, रोबिन सिंह पुत्र रविंद्र सिंह निवासी ग्राम बंबोई थाना गुलावठी जनपद बुलंदशहर और सचिन कुमार पुत्र मुकेश कुमार निवासी ग्राम भटौना थाना गुलावठी जनपद बुलंदशहर शामिल हैं। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये तीनों मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की एसएससी जीडी की परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर पैसा वसूलते थे।
इन राज्यों में एसएससी जीडी एग्जाम में मेरिट कम जाती है। इन परीक्षाओं में उत्तर प्रदेश के युवा भी आवेदन करते हैं। तीनों आरोपित उत्तर प्रदेश के युवाओं से इन परीक्षाओं में पास कराने के नाम पर पांच लाख रुपए लेते हैं। इन युवाओं को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के फर्जी डोमेसाइल, जाति प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र और आधार कार्ड बनाकर देते थे। रोबिन का काम तरुण और मनोज को भर्ती होने के लिए अभ्यर्थी लाकर देना था। तरुण और मनोज दोनों मिलकर एसएससी की परीक्षाओं में अन्य राज्य के फर्जी आधार कार्ड व फर्जी मूल निवास प्रमाण सचिन से बनवाते हैं। एसटीएफ आरोपितों से पूछताछ में जुटी है।
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