मानसिक स्वास्थ्य पर न दिया जाना आवश्यक: डॉ सुनीता
लखनऊ। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाना आवश्यक है,मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित बनाए रखने के लिए योग चिकित्सक के निर्देशन में प्रशिक्षण उपरांत चिकित्सकीय दृष्टि से नियमित सूक्ष्म व्यायाम,एवं ध्यान करने से वृद्धावस्था को सुखमय बनाया जा सकता है।
ये बातें डॉक्टर सुनीता यादव ने कही। शनिवार को सरोजिनी नगर स्थानीय समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में संचालित वृद्ध आश्रम में प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के द्वारा वृद्धजनों के उत्तम स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी एवं स्वास्थ्य परामर्श इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के तत्वावधान में,नेशनल इंस्टीट्यूट आफ नेचुरोपैथी पुणे (आयुष मंत्रालय भारत सरकार) के सौजन्य से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर सुनीता यादव ने कहा कि जिस तरह से बाल्यावस्था में माता-पिता बच्चों का ख्याल रखते हैं उसी तरह माता-पिता का वृद्धावस्था में बच्चों को उनका ख्याल रखें,बच्चों के द्वारा माता-पिता उपेक्षा के शिकार हो जाने पर अधिकतम लोग मानसिक तनाव तथा अवसाद की स्थिति में आ जाते हैं, भारत संयुक्त परिवार परंपरा का अनुपालन करता रहा है जिसमें माता-पिता, दादा-दादी साथ में रहने की परंपरा थी जिससे सभी को एक दूसरे का सहयोग मिलता था, अब इसका अभाव दिखाई देने लगा है। हमें भारत की प्राचीन परंपरा संयुक्त परिवार प्रणाली को विकसित किए जाने की आवश्यकता है।
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