धोखेबाज पाकिस्तान भरोसे लायक नहीं- प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने अमेरिकी राष्ट्रपति के संघर्ष विराम की घोषणा पर पीएम से उठाई जबाबदेही की मांग

धोखेबाज पाकिस्तान भरोसे लायक नहीं- प्रमोद तिवारी

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि पाकिस्तान का इतिहास गवाह है कि वह कभी भी भरोसे लायक नही रहा है। उन्होने कहा है कि ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से संघर्ष विराम की घोषणा को लेकर देश मंे अनिश्चिता का माहौल बन गया है। उन्होने कहा कि पाक की सरकारों व सेना के बीच कब और कैसे सम्बन्ध बना करते हैं यह भी तय नहीं हुआ करता। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि इतिहास का यह भी कड़वा सच है कि पाकिस्तान की सरकार सदैव सेना के इशारे पर काम किया करती है।

उन्होनें कहा कि पाकिस्तान ने चुनी हुई सरकार पर सदैव वहां की सेना हावी रहती है। उन्होने कहा कि या तो वहां की सरकार वही फैसले लेती है जो सेना चाहती है अथवा पाकिस्तानी सैनिक अपनी मर्जी से फैसले लिया करती है। उन्होनंे कहा कि 1947 से लेकर अब तक पाकिस्तान कई बार भारत को विश्वासघात के साथ धोखा दे चुका है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि युद्ध विराम के बाद भी पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन से भी जटिल हालात पैदा हुए। उन्होने कहा कि भारत के वीर जवानों का पराक्रम और शौर्य रहा कि पाकिस्तान के द्वारा संघर्ष विराम की अवहेलना का भी उसे दुष्परिणाम भुगतना पड़ा। उन्होने कहा कि यह देश के लिए अत्यन्त पीडादायक है कि युद्ध विराम को लेकर दिल्ली की जगह वाशिंगटन से अमेरिकी राष्ट्रपति का टवीट सामने आया है। उन्होनंे कहा कि ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात में देशवासियों के बीच अनिश्चितता को दूर करने के लिए संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वाहन करना चाहिए। उन्होनें संविधान के अनुच्छेद पचहत्तर का हवाला देते हुए कहा कि पीएम और उनका मंत्रि परिषद संसद के प्रति उत्तरदायी है।

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर इस प्रकार की तमाम अनिश्चितताओं को खत्म करना चाहिए। उन्होनें भारतीय सेना के द्वारा आतंकवादियों व इसके पनाहगारो को सबक सिखाने के लिए उठाए गये कदमों को लेकर सेना की मीडिया ब्रीफिंग को पूरी तरह विश्वसनीय और गौरवपूर्ण करार दिया है। वहीं उन्होने संघर्ष विराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति की घोषणा पर भी करारा तंज कसते हुए कहा कि देशवासियों के मन में यह भी बड़ा एक सवाल कौंध रहा है कि सोवियत रूस और यूक्रेन के बीच आखिर ट्रंप की दाल तक क्यों नही गली।

राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मदर्स डे पर देशवासियों द्वारा इन्दिरा गांधी की तस्वीर को शेयर करने को लेकर कहा कि लोगों के मन में वीरांगना इंदिरा गांधी के शौर्य को लेकर देश के प्रति अटूट प्यार को प्रदर्शित करना है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का बयान सोमवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।

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