ग्राम चौपाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर तुलसीसदन में आयोजित किया गया कार्यक्रम

ग्राम चौपाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर तुलसीसदन में आयोजित किया गया कार्यक्रम

प्रतापगढ़। ग्राम चौपाल (गांव की समस्या गांव का समाधान) के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तुलसीसदन (हादीहाल) में समारोह/मेला का आयोजन किया गया। तुलसीसदन परिसर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादकों की प्रदर्शनी लगायी गयी। कार्यक्रम का शुभारम्भ विधायक सदर राजेन्द्र कुमार मौर्य ने किया। इस दौरान जिलाधिकारी संजीव रंजन, भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा, नगर पालिका अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह, जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद, उपायुक्त स्वतः रोजगार नागेन्द्र नारायण मिश्र, जिला युवा कल्याण अधिकारी के0के0 सिंह सहित खण्ड विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान, समूह की महिलायें व अन्य सम्भ्रान्त लोग उपस्थित रहे।

तुलसीसदन में लगायी गयी विभिन्न समूहों की प्रदर्शनी का अवलोकन उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया। चौपाल कार्यक्रम में ओम आजीविका स्वयं सहायता समूह द्वारा ज्वेलरी, सावित्री फुले महिला आजीविका स्वयं सहायता समूह द्वारा मुरब्बा, लड्डू, बर्फी, जूस, अचार आदि की कैन्डी, मोमबत्ती, तुलसी महिला आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह द्वारा देशी घी, जीवन खुशी महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट,  वैसनवी आजीविका स्वयं सहायता समूह द्वारा बैग की प्रदर्शनी लगायी गयी। नेहरू युवा केन्द्र एवं युवा कल्याण विभाग के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गयी। 

इस अवसर पर विधायक सदर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान गांव में ही करने के मकसद से ग्राम स्वराज की अवधारणा पर आधारित ग्राम चौपाल अभियान शुरू किया, इस मुहिम के तहत गांवों में ग्राम चौपाल का आयोजन कर गांव की समस्याओं का समाधान गांव में ही करने की पहल को कारगर बनाया है। गांव की समस्याओं का समाधान यदि गांव में ही कर दिया जाये तो किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना लोगों को नही करना पड़ेगा। ग्राम चौपाल अभियान के माध्यम से गांव की समस्यायें गांव में ही दूर किया जा रहा है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार समूह की दीदियों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु विभिन्न प्रकार की योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है।पशुपालन विभाग द्वारा गोवंशों हेतु विभिन्न प्रकार की योजनायें संचालित की जा रही और सभी के सहयोग से जल्द ही गोवंशों की समस्याओं का निदान किया जा सकेगा। 

इस अवसर पर जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि ग्राम चौपाल अभियान के दौरान यह देखा गया कि यदि लोगों की समस्याओं का समाधान गांव में ही कर दिया जाये तो लोगों को ब्लाक, तहसील एवं जिला स्तर का चक्कर नही लगाना पड़ेगा। ग्राम चौपाल का मतलब यही है कि सामूहिक निर्णय लिया जाये और उस पर विचार किया जाये और उसमें जो सहयोग होगा उसमें अधिकारीगण द्वारा किया जायेगा। सरकार द्वारा जो भी योजनायें संचालित की जाती है उसमें जो भ्रष्टाचार की शिकायतें होती है उन शिकायतों को भी यदि ग्राम चौपाल के माध्यम से दूर कर दिया जाये तो शिकायतों में काफी कमी आ जायेगी। उन्होने कहा कि गांवों में चकरोड, नाली निर्माण आदि से सम्बन्धित जो भी शिकायते आये सरकार द्वारा उसके लिये धनराशि मुहैया करायी जाती है,

ग्राम प्रधान सरकार द्वारा दी जा रही धनराशि से चकरोड, नाली निर्माण आदि की समस्याओं को दूर करायें। उन्होने समूह की महिलाओं से कहा कि आपस में जुड़कर काम करे, सामान बनाने हेतु नये प्रशिक्षण सीखे और अच्छी मार्केटिंग करेंगी तो अधिक लाभ प्राप्त होगा। इस दोरान भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव, नगर पालिका अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये। उपायुक्त स्वतः रोजगार ने ग्राम चौपाल के दौरान एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य विकास खण्डों में आयोजित चौपाल कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना, प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, सोशल आडिट से सम्बन्धित प्रगति प्रतिवेदन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में आये हुये अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम् भेंट कर सम्मानित किया गया।

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