आउटसोर्सिंग से चपरासी और चौकीदार का इंटरव्यू देने पहुंचे परास्नातक के छात्र
सुल्तानपुर। 11 हजार रुपए की जॉब के लिए दुधमुंहे को लेकर गैर जनपद से एक महिला इंटरव्यू देने पहुंच गई। बेरोजगारी ऐसी कि ग्रेजुएट और पीजी के स्टूडेंट आउटसोर्सिंग के जरिए चपरासी और चैकीदार बनने पहुंचे। लेकिन यहां बदइंतजामी ऐसी कि चपरासी बनने के लिए ग्रेजुएट लोगों ने हल्ला मचाया तो जिम्मेदारों ने गेट खोले।
नगर के घासीगंज के निकट बेरोजगारों का मजमा लगा रहा। प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी जिलों से आये सैकड़ों बेरोजगारों ने इंटरव्यू दिया। प्रयागराज के दशरथ, शिव कुमार, अशोक, रेणुका आदि ने बताया कि वह पोस्ट ग्रेजुएट हैं। साथ में बेरोजगार भी। जीवनयापन करने के लिए चपरासी की नौकरी भी करने में कोई गुरेज नहीं है। इंटरव्यू बेहद वीरान और सन्नाटे वाले स्थान पर हुआ। लोग किसी तरह पयागीपुर के रास्ते बैटरी रिक्शे से पहुंचे। फिर उन्हें लोको कालोनी के जोखिम भरे रेलवे पटरी को पार करके आना पड़ा। यहां मैदान में सरसरी ठंढी हवा भी चल रही थी। सुबह नौ बजे ही बेरोजगारों की भीड़ काफी संख्या में जुट गई थी। लेकिन उन्हें बैठने के लिए कोई स्थान नहीं था न लघुशंका करने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था। सुबह इंटरव्यू के लिए लिस्ट चस्पा होने की सूचना थी लेकिन इंटरव्यू देने वाले लोकल कर्मी ही देरी से आये जिससे लिस्ट तय समय सीमा के बाद दीवार पर लगी। इस बीच दूर से आये अभ्यर्थियों ने काफी हो हल्ला भी मचाया। जिससे घबराकर करीब घंटे भर बाद 12 बजे गेट खोला गया। इधर लिस्ट में चस्पा आफिस के नंबर पर जब परेशान अभ्यर्थियों ने फोन किया तो किसी भी नंबर पर फोन नहीं उठा। कई युवक तो दो दिनों से सुल्तानपुर में आकर रुके हैं जिन्हें आउटसोर्सिंग कम्पनी के लोगों ने कोई सूचना नहीं दी। जिससे वह बेहद परेशान दिखे। बताते चलें कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में चपरासी और सफाई कर्मी की भर्ती के लिए तकरीबन आधा दर्जन जनपदों से अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए आए थे। बेरोजगारी का आलम यह रहा कि प्रयागराज से इस ठंड भरे मौसम में एक महिला अभ्यार्थी रचना सिंह अपने दुधमुंहे बच्चे को लेकर यहां पहुंची थी। अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से कर्मचारियों को नौकरी पर रखा जा रहा है। इसमें प्रत्येक विज्ञान की लैब के लिए एक-एक लैब अटेंडेंट, माली व चपरासी भर्ती किए जाएंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से चतुर्थ श्रेणी के इन पदों पर भर्ती के लिए इंटरव्यू शुरू हुए। एडेड माध्यमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी के सैकड़ों पद हैं और इसमें से 44 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं।
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