वेब डिजाइन विषय पर कोर्स का आयोजन   

मुज़फ्फरनगर। एस०डी० कॉलेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्ट्डीज की स्टूडेंट वेलफेयर कॅमेटी द्वारा आई०क्यू0ए0सी0 के तहत  बी०सी०ए० व बी०एस०सी० (सी०एस० ) विभाग के छात्र / छात्राओं के लिये किया गया "वेब डिजाइन" विषय पर सर्टिफिकेट कोर्स कार्यक्रम का आयोजन | आज एस०डी० कॉलेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्ट्डीज की स्टूडेंट वेलफेयर कॅमेटी द्वारा आई०क्यू0ए0सी0 के तहत बी०सी०ए० व बी०एस०सी० ( सी० एस० ) विभाग के सभागार मे छात्र / छात्राओं के लिये "वेब डिजाइन' विषय पर सर्टिफिकेट कोर्स कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज के छात्र / छात्राओं ने कार्यक्रम में उत्सुकतापूर्वक बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया। सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिये गये ।
 
सर्वप्रथम प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल जी ने अपने विचार प्रकट करते हुये बताया कि वेब डिजाइन विभिन्न प्रकार के कौशलों तथा क्षेत्रों का पारिणामिक रूप होती है जिनकी आवश्यकता वेब साइट्स के निर्माण एवं उनके रख रखाव में पडती है। वेब डिजाइन के विभिन्न क्षेत्रों में ग्राफिक निर्माण, इंटरफेस डिजाइन, उपभोक्ता अनुभव के अनुसार निर्माणन तथा सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन आदि आते है । 12वीं के बाद जल्द से जल्द कमाने की सोच रहे छात्र वेब डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते है, वेब डिजाइनिंग में शॉर्ट टर्म सर्टिफ़िकेट कोर्स से लेकर डिप्लोमा और डिग्री कोर्स उपलब्ध है।
 
वेब डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स जहां 3 से 6 महीनें का होता है तो वहीं डिग्री कोर्स 3 साल का होता है। वेब डिजाइनिंग मे हम बी०एस०सी०, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स करके अपना भविष्य बना सकते है । तत्पश्चात् बी०सी०ए० विभागाध्यक्ष डा० संजीव तायल ने छात्र एवं छात्राओं को बताया कि बेब डेवलपर बनने का पहला तरीका है कम्प्यूटर साइंस में डिग्री लेना। इंजीनियरिंग करते समय आपको वेब डेवलपमेंट का अपना विषय चुनना होता है। इससे आपको वेब डेवलपमेंट में एक अच्छा आधार मिलेगा। इंजीनियरिंग के बाद वेब डेवलपमेंट में पीएचडी कर सकते हैं अगर आप इस क्षेत्र में और अधिक पकड़ बनाना चाहते हैं।
 
 
 

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