नोडल अधिकारी ने गौशालाओं का किया औचक निरीक्षण
बांदा। नोडल अधिकारी विशेष सचिव सिंचाई व जल संसाधन ने शुक्रवार को सिंधनकला, खप्टिहाकला, पैलानी एवं कनवारा गौशाला का औचक निरीक्षण किया। सिंधनकला गौशाला मे 323 गौवंश संरिक्षत मिले तथा गौवंशों के लिए भूसा-चारा व अलाव की व्यवस्था के साथ गौवंश के गोबर से बन रही बर्मी कम्पोस्ट खाद देखी। उन्होने अन्य गौशालाओं मे भी बर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार करने के निर्देश दिए।उन्होने कहा कि चैबीसों घण्टे गौवंशों की नियमित देखभाल की जाए। इसमे किसी तरह की कोताही न की जाए। इसके पश्चात खप्टिहा कला गौशाला से निरीक्षण मे 449 गौवंश संरक्षित मिले। उन्होने केयरटेकर को निर्देश दिए कि वह रात मे भी गौशाला मे ही रहें तथा सर्दी से बचाव के लिए अलाव अवश्य जलवाएं। पैलानी गौशाला मे 205 गौवंश संरक्षित मिले।
देखभाल के लिए केयरटेकर मौजूद थे। उन्होने खण्ड विकास अधिकारी को हरे चारे की पर्याप्त व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। इसके बाद वृहद गौसंरक्षण केन्द्र कनवारा का नोडल अधिकारी ने निरीक्षण किया। इस गौशाला का संचालन एनजीओ कर रहा है। यहां 426 गौवंश मौजूद मिले तथा सोलर प्लांट से वाटर पंप चलता मिला, गौशाला मे भूसे का पर्याप्त स्टाॅक देखा। उन्होने निर्देश दिए कि केयरटेकर रात मे गौशाला मे ही रूकें साथ ही केयरटेकर बढ़ाए जाएं। उन्होने निर्माणाधीन वृहद गौशाला खप्टिहा कला का निरीक्षण किया और कार्यदायी संस्था पैक्सपैड के अधिकारी को काम मे गति लाने के साथ गुणवत्ता के साथ गौशाला का कार्य अप्रैल तक प्रत्येक दशा मे पूरा कराने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी, अपर निदेशक पशुपालन, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी एवं ग्राम प्रधान मौजूद रहे।
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