हेमंत सोरेन की आदिवासी हितों की नहीं तुष्टिकरण की सरकार : हिमंत बिस्व सरमा
गिरिडीह। असम के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के झारखंड चुनाव प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा शनिवार को देवघर हवाई अड्डे से गिरिडीह के बेंगाबाद के विष्णीशरण गांव पहुंचे। इस दौरान वे मृतक हवलदार चौहन हेंब्रम का घर गये। उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और जिला अध्यक्ष महादेव दुबे, पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी, दिनेश यादव व अन्य पार्टी पदाधिकारी थे। बिस्व सरमा ने मौके पर मृतक हवलदार की माता रोशनी देवी व अन्य से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया। साथ ही कहा कि राज्य में अबकी बार भाजपा सरकार बनने पर उन्हें जरूर न्याय मिलेगा। पत्रकारों से बातचीत में बिस्व सरमा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि आदिवासी हितो का दंभ भरने वाले हेमंत सरकार का कोई प्रतिनिधि का इस प्रभावित परिवार के पास नहीं आया। बिस्व सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन खुद भी एक आदिवासी हैं और चौहन हेंब्रम की हत्या का उन्हें कोई दर्द नहीं हो ना तुष्टिकरण दर्शाता है। उन्होंने कहा कि एक अकेले हवलदार के भरोसे एक खूंखार अपराधी को इलाज के लिए छोड़ दिया गया। यहां भी झारखंड पुलिस की लापरवाही दिखाई दे रही है। कायदे से सुरक्षा में एक दरोगा और एक प्लाटून फोर्स रहना चाहिए था। इसके कारण हवलदार की जान चली गयी। उल्लेखीय है कि विगत 11 अगस्त की आधी रात को गैंगरेप के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे दोषी मोहम्मद शाहिद अंसारी ने आदिवासी पुलिस हवलदार चौहान हेम्ब्रम की हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। साथ ही लगातार उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
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