
जहानाबाद : इधर सरकार की ओर से 28 फरवरी से एमडीएम का संचालन फिर से शुरू Start कर दिया गया है। इस योजना के फिर से चालू होने विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति बढ़ी है,लेकिन विभागीय अधिकारियों की सुस्ती के कारण जिले के 50 प्रतिशत विद्यालयों में सरकार के इस आदेश का पालन अभी तक नहीं हो पाया है। दरअसल निर्धारित तिथि के चार दिन बीत जाने के बाद भी कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन का राशन उपलब्ध नहीं हो सका है। इससे जिले में आरटीई के नियमों का उल्लंघन भी हो रहा है। इसका सीधा खामियाजा जिले के छात्र छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। कैशलेस व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू Start नहीं होने के कारण आ रही समस्या विद्यालयों में चावल का अभाव व कैशलेस व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू Start नही होने से मध्याह्न भोजन योजना की निर्धारित तिथि से शुरुआत नही हो सकी है। विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने बताया कि कैशलेस व्यवस्था में वेंडरों द्वारा जीएसटी नहीं दिए जाने तथा चावल की आपूर्ति नहीं किए जाने से एमडीएम शुरू Start नही हो सका है। योजना को शुरू Start करने के लिए विभाग की ओर से तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन जिले में इसे लेकर समय से कोई तैयारी नही की गई। जिसके कारण अब योजना को चालू करने में देरी हो रही है। बताते चलें कि मध्याह्न भोजन योजना में मनमानी व फर्जीवाड़े पर नकेल लगाने के लिए इस बार एमडीएम को कैशलेस कर दिया गया है। कक्षा एक से पांच तक 4.97 रुपये एवं छह से आठ तक 7.45 रुपये के हिसाब से विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में पहले अग्रिम राशि दी जाती थी। अब सरकारी विद्यालयों में तेल, मसाला, हल्दी, नमक, फल, सब्जी आदि जरूरत का सामान वेंडर उपलब्ध कराएगा। क्रय सामग्री का वाउचर उपलब्ध कराने के बाद वेंडर के खाते में पीएफएमएस माध्यम से सीधा भुगतान किया जाएगा।