प्राण प्रतिष्ठा : अनुष्ठान में मूर्ति का 114 कलशों के विविध औषधीयुक्त जल से स्नान, महापूजा शुरु
अयोध्या । श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में रविवार को स्थापित देवताओं का दैनिक पूजन, हवन, पारायण, आदि कार्य, प्रातः मध्वाधिवास, मूर्ति का 114 कलशों के विविध औषधीयुक्त जल से स्नान, महापूजा, उत्सवमूर्ति की प्रासाद परिक्रमा, शय्याधिवास, तत्लन्यास, महान्यास आदिन्यास, शान्तिक-पौष्टिक - अघोर होम, व्याहति होम, रात्रि जागरण, सायं पूजन एवं आरती होगी।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सूत्रों ने बताया कि अनुष्ठान नवीन मंदिर के ईशान कोण पर बने यज्ञ मंडप्प और नवीन राम मंदिर में शुक्रवार को अरणि से प्रकट अग्नि की नवकुण्डों में स्थापना हो चुकी हैं।उसमें सपरिवार रामजी की स्थापना एवं पूजा की जा रही हैं। मण्डप में राजा श्री रामभद्र की रचना अत्यंत आकर्षक बनाया गया हैं। शुक्रवार को हवन का कार्य भव्यता से हुआ था।
शनिवार को पांचवे दिन मण्डप में नित्य पूजन, हवन, पारायण आदि कार्य भव्यता से संपन्न हुए। प्रातः भगवान् का शर्कराधिवास, फलाधिवास हुआ। मन्दिर के प्रांगण में 81 कलशों की स्थापना एवं पूजा हुई। 81 कलशों से प्रासाद का स्नपन मन्त्रों से भव्य रूप में सम्पन्न हुआ। प्रासाद अधिवासन, पिण्डिका अधिवासन, पुष्पाधिवास भी दिव्य हुआ। सायं पूजन एवं आरती हुई।
इस अवसर पर समारोह के आचार्य, प्रमुख पंडित के साथ श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चम्पत राय, अनुष्ठान के यजमान ट्रस्ट सदस्य डॉ अनिल मिश्रा, विहिप संरक्षक दिनेश के साथ ट्रस्ट से जुड़े लोग उपस्थित हैं। अनुष्ठान की पूजा का ट्रस्ट के सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर लाइव चल रहा है।
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