बालू घाट के कुत्रिम बांध के कारण सैकड़ों किसानों के खेती डूबी

बालू घाट के कुत्रिम बांध के कारण सैकड़ों किसानों के खेती डूबी

नासरीगंज(रोहतास):- स्थानीय अमियावर गांव में बालू घाट के संवेदकों के द्वारा बनाये गये कुत्रिम बांध के कारण पानी का बहाव सोन डीले कि तरफ मुड़ने से सैकड़ों किसानों के खेती डूब गई। किसान सुनील चौधरी, उदय चौधरी, उषा देवी, लगनी देवी, शांति देवी, अन्ति देवी, कर्मी देवी, राधिका दैवी, तारा मुनि समेत अन्य किसानों ने बताया कि बालू के कम्पनी के द्वारा बनाये गए कृतिर्म बांध से पानी का बहाव उनके खेतों की ओर चला गया जिससे साल भर की लाखों की खेती बाधित हो गई। किसानों ने बताया की उन्होंने आलू, ककड़ी खीरा, बैगन, लौकी समेत अन्य सब्जियां कड़ी मेहनत से उगाकर अपनी जीविका चलाते थे और अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। महिला पुरुष सुबह से शाम तक खेती में जुटे रहते थे तब उनकी फसलें तैयार होती थी। खेतों में पानी भर जाने से खेती नष्ट हो गई उनकी पूंजी और लाभ दोनों नष्ट हो गया। अपने उनके आगे रोजी रोटी के लाले पड़ गये हैं। किसानों ने बताया कि जब बालू कम्पनी से फसलों के बदले में मुआबजे मांगने के लिये जाते हैं तो गरीब किसानों को केस कर जेल में भेज देने की धमकी दी जाती है। ऊक्त किसानों की मांग को सही ठहराते हुए वीआईपी प्रदेश सचिव गांधी चौधरी ने कहा कि किसानों के लिए यह दुखद घड़ी है। अपने मेहनत के लिए मुआबजे मांगने जाने पर धमकी देना भी असंवेधानिक है। उन्होंने अधिकारियों से किसानों के दुबे खेतों की जांच कर उचित मुआबजा देने की मांग करते हुए कहा कि किसान हमारे अन्नदाता होते हैं इन्हें क्षति पहुँचना कहीं से उचित नहीं है।
 
 
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