फारसी विभाग में बेल्जियम विद्वान का व्याख्यान
अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के फारसी विभाग द्वारा ‘उत्तरी भारत के साहित्य पर फारसी सूफीवाद का प्रभावः चित्रावली के संबंध में’ शीर्षक के तहत बेल्जियम के गैंट विश्वविद्यालय के भाषा और संस्कृति विभाग की डॉ. एनालिजा बुकीती द्वारा व्याख्यान दिया गया।
फारसी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राना खुर्शीद ने डॉ. अनलिजा के विद्वतापूर्ण कार्यों और सूफीवाद पर प्रकाश डाला। डॉ. एनालिसा बुकेती ने अपने शोध आलेख ‘उत्तर भारतीय साहित्य पर फारसी सूफीवाद का प्रभावः चित्रावली के संबंध में’ प्रकाश डालते हुए कहा कि शेख उस्मान ने अपनी कृति मसनवी में सूफीवाद के रहस्यों का वर्णन किया है।
संस्थापक निदेशक और सलाहकार, सेंटर फॉर फारसी रिसर्च प्रोफेसर अजरमी दुख्त सफवी व्याख्यान के बारे में बात की। उन्होंने भारतीय भाषाओं पर सूफीवाद के प्रभाव पर प्रकाश डाला।
एमए की छात्रा अर्शी ने अमीर खुसरो की गजल प्रस्तुत की। तत्पश्चात फारसी विभाग के शिक्षक डॉ. मोहम्मद कैसर ने सभी प्रतिनिधियों एवं उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया। बैठक का आयोजन फारसी विभाग के शिक्षक डॉ. मुहम्मद कमर आलम ने किया। कार्यक्रम में फारसी विभाग, दर्शनशास्त्र विभाग, हिंदी विभाग, उर्दू विभाग और इतिहास विभाग के शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों ने भी भाग लि
टिप्पणियां