रेल कबाड़ चोरी कर बन गया करोड़पति

मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर में अधिकारियों की मिलीभगत से मनोहर साह नाम का शख्स रेलवे का कबाड़ चोरी कर करोड़पति बन गया, और रेल प्रशासन को खबर तक नहीं लगी। चोरी के रेल कबाड़ का कारोबार कर मनोहर ने खूब पैसा कमाया, वह बोगियों, इंजन के पार्ट्स के अलावा बड़े पैमाने पर तारों को बेचा करता था। मनोहर बीते 15 सालों से चोरी का रेल कबाड़ खपाता रहा है। जानकारी के मुताबिक उत्तर बिहार के स्टेशनों और रेलवे यार्ड से चोरी करने वाले गिरोह के 500 से ज्यादा शातिर उसके संपर्क में है।

इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब बरौनी के गढ़हरा इलेक्ट्रिक शेड में नीलामी के लिए पड़े 16 में से 10 इंजन के पार्ट्स चोरी हो गए। जिसके बाद अधिकारियों पर जांच की आंच पहुंचने लगी। आरपीएफ, सीआईबी और विजिलेश की टीम हरकत में आई। बीते गुरुवार को आरपीएफ की टीम ने प्रभातनगर में मनोहर की कबाड़ दुकान और गोदाम में छापेमारी की। हालांकि, इस छापेमारी की भनक पहले ही मनोहर को लग गई थी। और वो टीम के पहुंचने से पहले ही वहां से फरार हो गया था। छापेमारी के कई दिन बीत जाने के बाद भी आरपीएफ और रेलवे की खुफिया टीम उसका सुराग नहीं लगा सकी है। ताया जा रहा है कि आरोपी मनोहर कोर्ट में सरेंडर कर बेल लेने के लिए तैयारी कर रहा है। मामले की जांच और कार्रवाई की निगरानी पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त एससी पाढ़ी कर रहे हैं।

रेल कबाड़ की चोरी के इतने बड़े मामले के खुलासे के बाद से गढ़हरा के अलावा रेलवे के अन्य स्टेशनों के यार्ड, शेड, माल गोदाम और स्टोर की सुरक्षा को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। यार्ड-शेड में पहुंचने वाले संदिग्धों की गिरफ्तारी शुरू की गई है। गढ़हरा आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी ने बताया कि फिलहाल मनोहर की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है। उससे जुड़े लोगों की निशानदेही पर प्रभातनगर स्थित गोदाम-दुकान में छापेमारी की गई। वहां से बरामद 13 बोरी तांबा-पीतल के सामान को मुरादाबाद में खपाने की तैयारी थी।