अटेवा ने 1अप्रैल को मनाया काला दिवस के रूप में
बस्ती - प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर ऑल टीचर्स एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन(अटेवा)इकाई बस्ती ने 1 अप्रैल 2005 को पुरानी पेंशन के समाप्ति के दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया। आज अटेवा के बैनर तले जिले के शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांध कर कार्य कर आज ही के दिन 1अप्रैल 2005 को पुरानी पेंशन समाप्त किए जाने का विरोध किया। साथ ही इसे पुनः बहाल करने की सरकार से मांग भी की।
कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे अटेवा के जिलाध्यक्ष तौआब अली ने बताया कि आज ही के दिन 1 अप्रैल 2005 को प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन व्यवस्था समाप्त की थी जिसके कारण सभी शिक्षकों एव कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।इसलिए हम सरकार से माँग करते हैं कि शिक्षकों कर्मचारियों के बुढ़ापे के हित को ध्यान देते हुए इसे पुनः बहाल करे।
मंडलीय महामंत्री दीपक सिंह प्रेमी एवं जिला महामंत्री विजयनाथ तिवारी ने संयुक्त रूप से कहा कि नई पेंशन व्यवस्था में सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों कर्मचारियों को 800,1000,1200 आदि पेंशन बन रहे हैं महगाई के इस दौर में यह राशि जीवन यापन के लिए पर्याप्त नही हैं इसलिए सरकार को इसे तत्काल समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना बहाल करनी चाहिए।
जिला मीडिया प्रभारी नीरज वर्मा एव जिला कोषाध्यक्ष अमर चंद ने कहा कि जब राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड, हिमांचल प्रदेश सहित कई राज्यों ने फिर से पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी है तो प्रदेश सरकार इससे पीछे क्यों हट रही है।
माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेशीय कोषाध्यक्ष विजेंद्र वर्मा, प्रदेशीय मंत्री ध्रुवनारायण, जिलाध्यक्ष अजय वर्मा व जिलामंत्री डॉ सत्यप्रकाश मौर्या ने एक स्वर में कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के हर संघर्ष में हमारा संघ अटेवा के साथ खड़ा है।
इस दौरान प्रमोद ओझा,बृजेश वर्मा, देवेन्द्र तिवारी, अनीश अहमद,सुरेन्द्र यादव,अमरनाथ सुनील मौर्या, श्रीनाथ,वीरेन्द्र चौधरी, राजेश आर्य,अनिता प्रजापति, अंजू वर्मा, राहुल उपाध्याय, जितेन्द्र वरुण,कैलाश नाथ,सुखराज गुप्ता,बासदेव, मनीष मिश्रा, मोहम्मद शकील,विनोद प्रकाश वर्मा, राकेश सिंह,डॉ कमलेश हरि सिंह,मोहम्मद सलाम,सहित जिले के हजारों शिक्षकों कर्मचारियों ने 1 अप्रैल को काला दिवस के रूप में मनाया।
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