गोवंश तस्करों का सुरक्षित पनाहगार बना अररिया का नरपतगंज व घूरना
अररिया। भारत-नेपाल सीमा से सटे फुलकाहा एसएसबी कैंप के जवानों ने रविवार की सुबह 52 मवेशियों को तस्करों के चंगुल से बचाया। तस्करी में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया। एसएसबी ने गिरफ्तार तस्कर और मवेशियों को फुलकाहा पुलिस को सौंप दिया।
गिरफ्तार तस्करों में घूरना थाना क्षेत्र अंतर्गत पथराहा निवासी मो. मुर्शिद आलम, मो. उसीम और मो बौनू शामिल हैं। बचाए गए मवेशियों में 32 नेपाली नस्ल की गाय, 16 बैल एवं चार बछड़े शामिल हैं। इसके साथ ही दो बाइक एवं दो मोबाइल फोन को भी एसएसबी ने जब्त किया है।
नरपतगंज बेचने ले जा रहे थे आरोपित
आरोपितों ने बताया कि मवेशियों को नरपतगंज हाट में बेचने के लिए ले जा रहे थे। इस संबंध में फुलकाहा एसएसबी कैंप के इंस्पेक्टर हरबंस लाल ने बताया कि 52 मवेशियों के साथ तीन तस्कर, दो बाइक एवं दो मोबाइल भी बरामद किए गए हैं।
काफी समय से मिल रही थी मवेशी तस्करी की सूचना
नरपतगंज प्रखंड के भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र से मवेशी तस्करी की सूचना लगातार मिल रही थी। कई दिनों से मवेशी एवं तस्करों की तलाश की जा रही थी।
कुछ तस्कर मवेशी को चोरी छिपे नेपाल से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कराते है और भारतीय क्षेत्र से भैंस की भी तस्करी होने की सूचना मिली थी। इसके बाद एसएसबी जवानों को क्षेत्र में तैनात किया गया था।
कार्रवाई से मवेशी तस्करों के बीच हड़कंप
इस कार्रवाई से मवेशी तस्करों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि मवेशी की तस्करी में जो भी संलिप्त होंगे, उसे चिह्नित किया जाएगा और उन पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
इस संदर्भ में फुलकाहा थानाध्यक्ष साजिद आलम ने बताया कि गिरफ्तार तीनों तस्कर को आवश्यक कार्रवाई के बाद न्यायालय भेजा जाएगा।
एसएसबी द्वारा की गई इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर हरबंस लाल, एएसआई कौशल कुमार, हेड कांस्टेबल प्रणय ज्योतिशील, रामसेवक, शैलेश कुमार गौतम, राजू घोष एवं राजकुमार शामिल थे।
तस्करों के लिए सुरक्षित जगह बना नरपतगंज एवं घूरना
बताते चलें कि नेपाल से भी बड़ी संख्या में मवेशी की तस्करी भारतीय क्षेत्र में हो रही है। कई बार बरामद भी किया गया है। बड़े-बड़े माफिया इस तस्करी में शामिल हैं।