जिससे गरीबों का हो सके भला, वही हमारे जहन में भरा : ज्योति तोमर
( तरूणमित्र ) गाजियाबाद।
जीवन के ये चार दिन न जाने कब किस मोड़ पर, चले मुसाफिर जैसी चाल उसी तरह सब होय, भला करो तो भगवन जाने बुरा करो तो भगवन जाने, आओ मिलकर साथ चलें यही हमारी राय, ट्रस्ट की अध्यक्ष ज्योति तोमर हर रोज कुछ नया करने की कोशिश करती हैं, ऐसा हम नहीं बल्कि ऐसा हर वह शख्स कह रहा है जो एक बार ज्योति तोमर से मिलता है, हालांकि राजनगर एक्सटेंशन पाॅश इलाके में शुमार हो चुका है, चूंकि यहां पर बड़ी-बड़ी सोसाइटियों का निर्माण जो हो चुका है, और लगभग सभी सोसायटी महंगी और लगजरी हैं साथ ही यहां माॅल्स से लेकर वी आई पी मार्केट भी मौजूद है, इसके अलावा यहां पर झुग्गियां भी बड़े पैमाने पर हैं, और रोजमर्रा कुआं खोदकर पानी पीने वाले गरीब मजदूर वर्ग के लिए इसी राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाली महिला ज्योति तोमर ने सुनहरी दिशा चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर गरीबों की सेवा करने के लिए ठाना है, काश सब ऐसे हो जाएं..और बात यहीं पर खत्म नहीं होती चूंकि अमूमन ऐसा सुना और देखा जा रहा है कि आज के समय में बहुतेरे लोगों के द्वारा ट्रस्ट बनाकर एक बिजनेस के रूप में कार्य किया जा रहा है दरअसल ट्रस्ट के नाम पर लोगों को गरीबों के साथ हमदर्दी और उनकी मदद करने के नाम पर खूब रकम इकट्ठा कर ऐशो आराम का जरिया बनाया हुआ है, हालांकि इसमें कोई दोराय नहीं है कि हर व्यक्ति इस तरह के कार्य नहीं करता, परन्तु सौ के बीच में सिर्फ 10 प्रतिशत लोग ही ज्योति तोमर की तरह गरीबों के लिए कार्य कर रहे हैं। इसीलिए हर किसी को गलत नहीं कहा जा सकता।