कुत्ते के काटने वाले मरीज़ व अंघिति से बेहोश मरीज़ को जीटीबी दिल्ली भेजना आखिर क्या संकेत देता है : डाॅ. बीपी त्यागी
गाजियाबाद, ( तरूणमित्र )
राष्ट्रीय जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ बी पी एस त्यागी पूर्व में भी यह सवाल उठा चुके है ?
क्या जी टी बी अस्पताल यू पी गवर्नमेंट के अंडर में आता है ?? जी टी बी हॉस्पिटल क्यों करेगा ग़ाज़ियाबाद के मरिजो का इलाज ??
क्या उठ चुके है सवाल ??
एम एम जी अस्पताल में हड्डी जोड़ने के लिए इंप्लांट (प्लेट्स ) का न पाया जाना ?? हीटर का न होना ?
रेबीज वैक्सीन के लिए फ्रिज का न होना ? एंटी रेबीज सीरम का न होना ? आईसीयू में वेंटीलेटर का कार्यरत न होना व ऑक्सीजन की कमी वाले मरीज़ को जी टी बी अस्पताल भेजना, ये सब ऊपर वाली घटनाएँ ग़ाज़ियाबाद के व यू पी के हेल्थ सिस्टम पर सवाल उठाती हैं ?? मेरा सुझाव ! किसी भी इस तरह की सेवा के लिए हमारी पार्टी व हमारी एन जी ओ (अवेकनिंग इंडिया ) ग़ाज़ियाबाद के हेल्थ सिस्टम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार है। मेरा संबंधित अधिकारियों व मंत्रालय से अनुरोध है कि मेरी इस अपील को स्वीकार किया जाये जिससे भविष्य में ग़ाज़ियाबाद को हेल्थ के मामले में नीचा न देखना पड़े, यह सब बातें तरूणमित्र संवाददाता से करते हुए राष्ट्रीय जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी एवं हर्ष ईएनटी अस्पताल के चेयरमैन डाॅक्टर ब्रजपाल त्यागी ( बी पी त्यागी ) ने कहीं उन्होंने कहा कि हमारे गाजियाबाद का हैल्थ सिस्टम बेहद लचर है जिसके लिए वह और उनकी पार्टी पूरा सहयोग करने को तैयार है, उन्होंने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान आकर्षित करने की आवश्यकता है और ऐसा तब ही संभव है जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं ही इस पर अपना ध्यान आकर्षित करेंगे वर्ना गाजियाबाद का हैल्थ सिस्टम कभी भी ठीक नहीं हो पाएगा। दूसरी तरफ स्वास्थय का लचर सिस्टम जन-प्रतिनिधियों को भारी नुकसान देने के लिए काफी है।