बीएसएनल: पूर्वी परिमंडल में 6000 मोबाइल टावर सक्रिय
बोले सीजीएम राजेश सोनी, 500 बीटीएस टावर लगाने का लक्ष्य
- अयोध्या में तीन नये मोबाइल टावर हुए संचालित
लखनऊ। प्रदेश के पूर्वी परिमंडल में 6 हजार मोबाइल टावर लगाए गये हैं और अयोध्या में टेंट सिटी में आठ मोबाइल टावर लगाने का कार्य चल रहा है, जिसमें तीन मोबाइल टावर सक्रिय है। यह जानकारी गुरूवार को गंज स्थित बीएसएनएल दूरसंचार परिमंडल के मुख्य प्रबंधक राजेश सोनी ने प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने मेक इन इंडिया योजना के अंतर्गत 4जी सेवाएं बीएसएनएल के उपभोक्ताओं के लिए इंतजार की घड़िया खत्म होगी। मुख्य प्रबंधक ने कहा कि संचार मंत्री के अथक प्रयासों और कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सी-डॉट एवं टीसीएस के द्वारा विकसित एवं उत्पादित उपकरण बीएसएनएल के उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल में आने शुरू हो गए हैं।
जिनकी पहली खेप अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, सीतापुर जगहों पर पहुँच भी गयी है। प्रदेश के पूर्वी परिमंडल के उत्तरी जोन के सभी परिमंडलों से कहीं अधिक 4जी के बीटीएस की पहली किश्त उपलब्ध करायी गयी है जिनकी संख्या 800 है तथा जिनको लगाने का काम टीसीएस के द्वारा जल्द ही शुरू हो जाएगा। 4जी मोबाइल के मिनी डीसी उपकरण लखनऊ में भी लग रहे हैं।
जो पूरे प्रदेश के पूर्वी परिमंडल की सेवाओं के लिए हैं और वे 10 दिन में पहुँच जाएगा। बीएसएनएल वर्तमान में लगभग 6000 मोबाइल साइट्स के टावर काम कर रहे हैं जिनके पूर्णत: 4जी में वर्ष 2024 के अन्त तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही 500 नये बीटीएस भी लगाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी मोबाइल ऑपरेटर का सिग्नल नहीं मिल रहा है नये मोबाइल टावर लगाकर 4जी की सेवाएं उपलब्ध कराएगा जिसका कार्य काफी प्रगति पर है और प्रदेश के पूर्वी परिमंडल में वर्तमान में 97 टावर लगाने थे उनमें से 58 टावर लगाने का कार्य हमने पूर्ण कर लिया है जिससे 103 अनाच्छादित गाँवों में 4जी सेवाएं मिल सकेगीं। बीएसएनएल सभी लैंडलाइन नंबरों को फाइबर में बदलने के लिए योजना पर काम कर रहा है तथा इसमें उपभोक्तओं को किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी। वर्तमान में हमारे लगभग 46000 लैंडलाइन नंबर कार्य कर रहे हैं।
एफटीटीएच में परिवर्तित नंबरों का किराया ग्रामीण क्षेत्रों में रु. 249 तथा शहरी क्षेत्रों में रु. 299 रहेगा। पूर्वी परिमंडल कार्यालय में लगभग 550 उद्यमी भी कार्य कर रहे हैं। 4जी रोलआउट के कम में बीएसएनएल के मौजूदा 2 जी,3जी सिम वाले उपभोक्ताओं को नि:शुल्क में 4जी सिम उपलब्ध करा रहा है। इसके लिए उपभोक्ताओं को अपने करीबी रिटेलर या ग्राहक सेवा केन्द्रों में जाकर ओटीपी के माध्यम से बदलवाना होगा। इसमें किसी भी तरह की जालसाजी की गुंजाइश नहीं है। इसी तरह जिन उपभोक्ताओं ने शुरू में बीएसएनएल का सिम पेपर सीएएफ के माध्यम से लिया था उनको भविष्य में अपने सिम को बदलने में कोई दिक्कत नहीं है। उनके लिए नि:शुल्क केवाईसी की सुविधा भी दी जा रही है। ई-केवाईसी के लिए निकटतम रिटेलर तथा ग्राहक सेवा केन्द्रों पर जाना होगा।