एडीजी कार्यालय में जान की गुहार लगाने पहुंचा फरियादी
हत्या के प्रयास में वांछित अभियुक्त सलेमपुर पुलिस के बने कृपा पात्र
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ढाई माह बाद भी अभियुक्तों की नहीं हो रही गिरफ्तारी ग्राम प्रधान सहित सभी आरोपियों के विरूद्ध कई मामले दर्ज
देवरिया। सूबे की देवरिया पुलिस नित्य अपने कारनामों से सुर्खियों में बने रहना चहती है। जनपद की ऐसी तमाम घटनाएं देवरिया पुलिस की निष्क्रियता का उदाहरण हैं। फतेहपुर कांड जैसी घटित तमाम घटनाएं जो पुलिस की कार्य प्रणाली पर सीधे ऊंगली उठाते हैं, परंतु इसके वावजूद पुलिस का रवैया जस का तस है। ऐसे ही एक मामला है सलेमपुर कोतवाली का, जहां हत्या के प्रयास में वांछित अपराधियों को खुले तौर पर संरक्षण दे रही पुलिस से न्याय न मिलता देख फरियादी ने एडीजी कार्यालय गोरखपुर पहुंचकर अपनी फरियाद सुनाई है, वावजूद पुलिस कुंभकर्णी तंद्रा से अभी वहीं जाग पाई है।
मामला देवरिया जनपद के सलेमपुर कोतवाली का है। थाने के ठीक सामने स्थित सोनबरसा गांव में पुरानी रंजिश को लेकर हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने 307 का केस तो दर्ज कर लिया परंतु ढाई माह बीतने के बाबजूद पुलिस ने दिखावे की कारवाई में महज दो आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा है। आज भी मुख्य आरोपी मनोज यादव और विशाल पुलिस के संरक्षण में अपने घर में चैन की नींद सोते हैं।
मुख्य आरोपी गांव का प्रधान है जो रसूखदार और ऊंची पहुंच का आदमी बताया जाता है, पुलिस की ढील से आरोपियों के हौसले बुलंद हैं। पीड़ित हरिशंकर ने बताया कि मेरे भाई के ऊपर गत दिनांक 19 अक्टूबर को गांव के ही दबंग प्रधान मनोज और उनके समर्थकों ने बुरी तरह से सिर पर रॉड से जनलेवा हमला कर हत्या का प्रयास किया था। बीच बचाव करने पर दबंगों ने मुझे भी मार पीट कर घायल कर दिया गया। दबंगों द्वारा घूम घूम कर कहा जा रहा है कि मेरी थाने में अच्छी पहुंच है। हम लोगों का कुछ भी नहीं होगा। हम लोग इससे भी बड़ी धाराओं में जमानत कराएंगे।
इसकी शिकायत हमने पुलिस अधीक्षक से कई बार की है और बताया कि प्रधान सहित अन्य आरोपियों के विरूद्ध सलेमपुर थाने में कई मुकदमें दर्ज़ हैं परंतु इसके बावजुद पुलिस की कार्य प्रणाली पर कोई असर नहीं पड़ा। हरिशंकर ने बताया कि सलेमपुर पुलिस के रवैए से परेशान होकर हमने एडीजी कार्यालय में फरियाद की है। पीड़ित कुलदीप ने बताया कि मेरे व मेरे परिवार की कभी भी दबंग प्रधान मनोज यादव के द्वारा हत्या कराई जा सकती है। उसने कहा कि यदि ऐसी कोई घटना घटित होगी तो सारी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान मनोज के साथ प्रभारी निरीक्षक की होगी। इस संबंध में विवेचक ने बताया कि दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। आगे प्रयास जारी है।
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