सर्व त्याग से ही परम तत्व की अनुभूति होती है: स्वामी स्वात्मानंद

राम और भरत का मिलन ब्रह्म और जीव का मिलन है

सर्व त्याग से ही परम तत्व की अनुभूति होती है: स्वामी स्वात्मानंद

लालगंज/रायबरेली। स्थानीय बक्शी मेमोरियल पब्लिक स्कूल में आयोजित श्रीरामचरित मानस की नव दिवस की कथा के छठवें दिन वीतराग, ज्ञानमूर्ति परमहंस संत स्वामी सूर्य प्रमोद आश्रम जी महाराज( स्वामी स्वत्मानंद जी )ने प्रभु श्रीराम और भरत जी के मिलन के प्रसंग का बहुत ही शास्त्रीय एवं भावुक वर्णन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि भरत जी सर्व त्याग करके प्रभु श्री राम के पास जा रहे हैं। भरत जी  को सुख और दुख स्पर्श नहीं कर रहे हैं ।
 
वह सुख और दुख, रागऔर विराग सबका त्याग कर चुके हैं ,क्योंकि सर्वत्याग भाव से जो अनुभूति प्रकट होती है वही परमतत्व की अनुभूति है ।स्वामी जी महाराज ने कहा की निष्ठा भरत जैसी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उपासना से क्रोध शांत होता है ।सकाम व्यक्ति को भरत जैसी उपासना करनी चाहिए,जिससे भरत जैसी ही कर्मनिष्ठा प्राप्त होती है। स्वामी जी ने राम और भरत के मिलन के प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि भरत को देखते ही भगवान विह्वल हो उठते हैं ।
 
उन्हें अपने वस्त्रों का भी होश नहीं रहा ।भरतजी भी एक सूखी लकड़ी के तरह अपने प्रभु के चरणों में गिर जाते हैं ।वे भगवान राम के चरणों को छोड़कर  उठाना नहीं चाहते और भगवान राम चाहते हैं की कितनी जल्दी वे भरत को  अपने गले से लगा लें । इस मिलन के क्षण में सारे अमान अर्थात मन को मलिन करने वाले भाव ठीक उसी तरह विलीन हो गए ,जैसे खारे समुद्र में थोड़ा सा नमक घुलकर विलीन हो जाता है। स्वामी जी ने कहा कि जिस तरह मीठा कहने से मुंह में  मीठापन नहीं आ सकता उसी तरह ब्रह्मरस को शब्दों से व्यक्त नहीं किया जा सकता है ।
 
भगवान राम और भरतजी के मिलन का प्रसंग ब्रह्म और जीव के मिलन का प्रसंग है और वह भी वर्णनातीत है। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्षसुरेश नारायण सिंह बच्चा बाबू, पूर्व विधायक अशोक सिंह, पूर्व विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह, बीएमपीएस निदेशक सुनील सिंह, सुमन सिंह, प्रबंधक शांतनु सिंह, खुशबू सिंह,अव्यक्त सिंह,अनन्या सिंह, प्रशासनिक सचिव सिद्धार्थ सिंह,शालिनी सिंह सिंजीनी सिंह,नगर अध्यक्ष सरिता गुप्ता,अरुण कुमार सिंह मुन्ना, राजेश फौजी,बैजनाथ विश्वकर्मा, गोपाल वाजपेई, अम्बुज दीक्षित मनोज पांडे, लंबू बाजपेई, डॉक्टर एमडी सिंह, डॉक्टर ओपी सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में  श्रोता गण उपस्थित रहे।
 

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